नीरव मोदी के खिलाफ जारी हो सकता है रेड कॉर्नर नोटिस, ब्रिटेन में ली शरण
- नीरव मोदी और 23 अन्य के खिलाफ अदालत में 12000 पन्नों का आरोप पत्र दाखिल।
- नीरव मोदी के खिलाफ जल्द रेड कॉर्नर नोटिस जारी हो सकता है।
- नीरव मोदी सिंगापुर के पासपोर्ट के बल पर ब्रिटेन में छिपा है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में हजारों करोड़ रुपए के पीएनबी घोटाले का मुख्य आरोपी नीरव मोदी लंदन में छिपा हुआ है। नीरव मोदी के खिलाफ जल्द रेड कॉर्नर नोटिस जारी हो सकता है। इससे पहले भी नीरव एवं उसके परिवार के लोगों को जांच में शामिल होने के लिए कई समन भेजे गए, लेकिन आरोपियों ने इन सबकी अनदेखी कर दी। केंद्रीय एजेंसी का कहना है कि फिलहाल नीरव और उसके परिजन जांच एजेंसियों की पहुंच से बाहर हैं। सीबीआई ने सोमवार को इंटरपोल से इस संबंध में संपर्क साधा है। सीबीआई मेहुल चौकसी के खिलाफ भी रेड कॉर्नर नोटिस जारी करवाना चाहती है।
इंटरपोल से भी मांगी गई मदद
इंटरपोल की तरफ से रेड कॉर्नर नोटिस जारी किए जाने के बाद नीरव मोदी पर शिकंजा कसना मुश्किल नहीं होगा। इंटरपोल में शामिल देशों के लिए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करना आसान हो जाएगा। पीएनबी बैंक घोटाला उजागर होने के बाद नीरव मोदी और उसके परिजन देश छोड़ कर भाग गए हैं। सीबीआइ और ईडी ने नीरव और उसके मामा मेहुल चौकसी के ठिकानों पर छापेमारी की थी।नीरव मोदी के मामा मेहुल चोकसी के खिलाफ जून के आखिर तक इस मामले में दूसरी चार्जशीट दाखिल हो सकती है। CBI के बाद ED भी इसी सप्ताह इस मामले में अपनी पहली चार्जशीट दायर कर सकती है। ईडी की चार्जशीट में नीरव मोदी की बहन पूर्वी मेहता को भी आरोपित बनाया जाएगा।
ऐसी आशंका जताई जा रही है कि नीरव मोदी ब्रिटेन में राजनीतिक शरण लेने की कोशिश कर रहा है। ब्रिटेन के मंत्री बैरोनेस विलियम्स ने नीरव मोदी के ब्रिटेन में होने की पुष्टि की है। उन्होंने भारत सरकार को इस मामले में पूरा सहयोग देने का भी आश्वासन दिया है। बता दें कि फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग्स के जरिए नीरव मोदी ने पंजाब नेशनल बैंक को 13400 करोड़ रुपये से ज्यादा का चूना लगाया है।
परिवार के पास भी अलग-अलग पासपोर्ट
नीरव मोदी ने सिंगापुर के पासपोर्ट के बल पर ब्रिटेन की ओर रुख किया था। वहीं नीरव के भाई निशाल मोदी के पास बेल्जियम का पासपोर्ट है। वह बेल्जियम के शहर एंटवर्प में छिपा है। नीरव की बहन पूर्वी मेहता के पास भी बेल्जियम का पासपोर्ट है, लेकिन उसने हांगकांग को अपना ठिकाना बना रखा है। नीरव के जीजा एवं पूर्वी का पति मयंक मेहता के पास ब्रिटिश पासपोर्ट है। वह हांगकांग और न्यूयार्क के बीच चक्कर काटता रहता है। सिंगापुर स्थित फर्म इसलिंगटन इंटरनेशनल के जरिए प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के तौर पर हजारों करोड़ रुपए भेजे गए थे। इस फर्म का मालिक पूर्वी के पति मयंक मेहता को बताया गया था।
ब्रिटेन के गृह मंत्रालय ने नहीं दी जानकारी
ब्रिटेन के गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने इस मामले पर कहा कि वह व्यक्तिगत मामलों पर जानकारी प्रदान नहीं करता है। जानकारी के अनुसार, विदेश मंत्रालय ने एफटी को बताया कि भारत सरकार की एजेंसियों ने प्रत्यर्पण के लिए अभी तक उनसे उनसे संपर्क नहीं किया है। हालांकि मंत्रालय ने के कई सवालों का जवाब देने से इंकार कर दिया। दूसरी तरफ भारत सरकार पहले से ही भगोड़े उद्योगपति विजय माल्या को प्रत्यर्पित किए जाने की मांग कर रही है। विजय माल्या भी मार्च 2016 में भारत छोड़कर ब्रिटेन में जा बसा है।
मई महीने में जांच एजेंसी ने नीरव मोदी और 23 अन्य के खिलाफ अदालत में 12000 पन्नों का आरोप पत्र दाखिल किया है। इसमें नीरव के पिता दीपक मोदी, बहन पूर्वी मेहता, बहनोई मयंक मेहता, भाई नीशल मोदी और एक अन्य रिश्तेदार निहाल मोदी भी शामिल हैं।
Created On :   12 Jun 2018 12:26 AM IST