कश्मीरी पुलित्जर पुरस्कार विजेताओं पर राजनीतिक बहस शुरू
श्रीनगर/नई दिल्ली, 5 मई (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर के तीन छायाकारों (फोटो जर्नलिस्ट) को दिए गए पुलित्जर पुरस्कार को लेकर कांग्रेस और भाजपा के बीच मंगलवार को राजनीतिक विवाद छिड़ गया।
यह अमेरिका का एक प्रमुख पुरस्कार है, जो पत्रकारिता, साहित्य एवं संगीत रचना के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वालों को दिया जाता है।
इस साल सर्वश्रेष्ठ फीचर फोटोग्राफी श्रेणी में पुलित्जर पुरस्कार एसोसिएटेड प्रेस (एपी) के तीन फोटोग्राफरों कश्मीर से मुख्तार खान व डार यासीन और जम्मू से चन्नी आनंद को दिया गया है।
यह पुरस्कार इन्हें जम्मू एवं कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद-370 को हटाने के बाद पनपे हालात के बीच कुछ विशेष फोटो के लिए दिया गया है।
यह पुरस्कार प्रत्येक वर्ष 21 श्रेणियों में दिया जाता है और प्रविष्टियों को दुनिया भर से स्वीकार किया जाता है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा सदस्य राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर के तीनों विजेताओं को ट्विटर पर बधाई दी। राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा जम्मू-कश्मीर में जीवन की शक्तिशाली छवियों के लिए पुलित्जर पुरस्कार जीतने वाले भारतीय फोटो जर्नलिस्ट्स यासीन डार, मुख्तार खान और चन्नी आनंद को बधाई। आपने हम सबको गौरवान्वित किया है।
वहीं दूसरी ओर, राहुल गांधी की इस बधाई पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता संबित पात्रा ने निशाना साधा है और कहा है कि राहुल किस नाते उन्हें बधाई दे रहे हैं।
उन्होंने एक ट्वीट में लिखा, राहुल गांधी जी, आपने जनाब डार को फोटोग्राफी में पुलित्जर जीतने के लिए बधाई दी है। उनकी एक फोटो मैं यहां लगा रहा हूं, जिसका कैप्शन है भारत अधिकृत कश्मीर। मिस्टर राहुल क्या कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है?
यह विवाद केवल राहुल गांधी और संबित पात्रा के बीच के तक ही सीमित नहीं रहा।
कई समाचार चैनलों ने इस बात पर लंबी बहस की कि क्या दो कश्मीरी फोटो जर्नलिस्ट, डार और मुख्तार को विशेष रूप से पुरस्कार दिए जाने चाहिए थे?
पुलित्जर पुरस्कार हर साल 21 श्रेणियों में पत्रकारिता, साहित्य और कला में उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया जाता है, जिसके तहत एक प्रमाण पत्र और 15,000 डॉलर का नकद पुरस्कार शामिल होता है।
इस पुरस्कार की शुरुआत 1917 में जोसेफ पुलित्जर के नाम से की गई थी, जिन्होंने अखबार के प्रकाशक के रूप में नाम कमाया था। यह पुरस्कार कोलंबिया विश्वविद्यालय की ओर से दिया जाता है।
Created On :   5 May 2020 10:01 PM IST