पुणे गर्ल ने ये खास रिकॉर्ड किया अपने नाम, साड़ी पहन की स्काई डाइविंग- देखे VIDEO
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत की शीतल ऐसी पहली महिला बन गई हैं, जिन्होंने महाराष्ट्रीयन साड़ी पहनकर स्काइ डाइविंग की है। शीतल ने इस खास रिकॉर्ड को थाइलैंड के पटाया में सोमवार को बनाया है। आपको बता दें कि शीतल राणे के लिए स्काइडाइविंग करना एक जुनून है। वो दो बच्चों की मां हैं और उन्हें पद्म श्री से भी सम्मानित किया जा चुका है। शीतल के नाम 18 नेशनल रिकॉर्ड हैं, छह अंतरराष्ट्रीय रिकॉर्ड हैं और वो दुनियाभर में 700 से ज्यादा बार आसमान से छलांग लगा चुकी हैं। उन्होंने 2004 में नॉर्थ पोल में हेलीकॉप्टर से बिना प्रैक्टिस किए छलांग लगाई थी, जिसके बाद वो मशहूर हो गईं।
Final Jump #Shitalmahajan from #India #Skyjump in #Thailand in #Saadi #proudmoment for #Maharashtra too. pic.twitter.com/faOC1psMLT
— HARISH SHARMA (@harishsharma1) February 12, 2018
दो बार किया कारनामा
पुणे की 35 साल की शीतल राणे महाजन ने साड़ी पहनकर पैराशूट की मदद से डाइव लगाई और सभी को हैरान कर दिया। उन्होंने थाइलैंड के पटाया में 13000 फुट की ऊंचाई से स्काइडाइविंग की। वो भी एक बार नहीं बल्कि दो बार। इस मौके पर मीडिया से बात करते हुए शीतल ने कहा कि स्काइ डाइव के लिए यह बेहतरीन मौसम है। उन्होंने कहा कि दुनिया के सबसे मशहूर टूरिस्ट रिजॉर्ट से दो बार स्काइ डाइव करना अच्छे मौसम की वजह से ही संभव हो पाया। उन्होंने आगे कहा, ‘मैं अगले महीने महिला दिवस को देखते हुए कुछ अलग करना चाहती थी इसलिए मैंने महाराष्ट्र की मशहूर नऊवारी साड़ी पहन कर स्काइ डाइव करने का फैसला किया।
साड़ी पहनना था मुश्किल
इस खास रिकॉर्ड को अपने नाम करने का बाद अपने अनुभव को शेयर करते हुए उन्होंने कहा कि रेग्युलर इंडियन साड़ी के मुकाबले 8.25 मीटर की नऊवारी-साड़ी को पहनना अपने आप में एक चैलेंज था। उन्होंने कहा कि पहले तो साड़ी पहनना और फिर स्काइ डाइव की सुरक्षा उपकरण को पहनना काफी मुश्किल था। राणे महाजन ने बताया कि पहली छलांग में वो डरी हुई थीं, लेकिन वो सुरक्षित लैंड करने में कामयाब रहीं।
#Padmashri winner #ShitalMahajan is well known #Skydiver of #India today 12 February 2018 she maked a new record to jump from 13000 feet first time in colorful Nav-wari #Sari in Thailand. https://t.co/wk2l88NCH3
— HARISH SHARMA (@harishsharma1) February 12, 2018
ऐसे की थी तैयारियां
शीतल ने इस खास रिकॉर्ड को अपने नाम करने के पीछे की तैयारियों का खुलासा करते हुए बताया कि उन्हें साड़ी और सुरक्षा उपकरण को एक साथ पहनने के लिए काफी तैयारियां करनी पड़ीं। उन्होंने साड़ी के बारे में बात करते हुए कहा कि भारत में आमतौर पर भारतीय महिलाएं जिस तरह से साड़ियां पहनती हैं वह बेहद आसान है, लेकिन जैसे उन्होंने नऊवारी साड़ी पहना वह बेहद अलग और मुश्किल काम था।
नऊसारी साड़ी महाराष्ट्र में आम महिलाएं पहनती हैं। इस साड़ी की खासियत ये है कि इसकी लंबाई 8 मीटर से ज्यादा होती है, जबकि आम साड़ियों की लंबाई करीब 8 मीटर होती है। इसे खास तरह से लपेटा जाता है जो अपने आप में काफी जटिल है।
Created On :   12 Feb 2018 10:04 PM IST