अक्टूबर 1 से 20 के बीच बारिश सामान्य से 39 प्रतिशत ज्यादा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 30 सितंबर को समाप्त होने वाले दक्षिण-पश्चिम मानसून के समय से परे, लगभग पूरे देश में बारिश जारी रही और कई जिलों में भारी बारिश हुई, जिसके बाद विनाशकारी बाढ़ आई।
नतीजतन, 1 से 20 अक्टूबर के बीच, 136.1 मिमी की संचयी वर्षा सामान्य से 58.3 मिमी अधिक रही, जो लंबी अवधि के औसत का 39 प्रतिशत है।
आईएमडी ने एक बयान में कहा, दक्षिण-पश्चिम मानसून के 26 अक्टूबर के आसपास पूरे देश से समाप्त होने की संभावना है और साथ ही, उसी तारीख को दक्षिणपूर्व प्रायद्वीपीय भारत में भी पूर्वोत्तर मानसून की बारिश शुरू होने की संभावना है। नतीजतन, दक्षिण, केरल, तमिलनाडु, माहे, पुडुचेरी और कराईकल में अलग-अलग भारी बारिश के साथ प्रायद्वीपीय भारत में वर्षा की गतिविधि बढ़ने की संभावना है।
आईएमडी ने गुरुवार को कहा कि अगले सात दिनों के दौरान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह सहित दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत के शेष हिस्सों में छिटपुट/मध्यम वर्षा होने की संभावना है।
एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ और इसकी प्रेरित प्रणाली के पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र को प्रभावित करने की बहुत संभावना है और इसके जम्मू, कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद और हिमाचल प्रदेश में छिटपुट से लेकर काफी व्यापक हल्की/मध्यम वर्षा/बर्फबारी होने की संभावना है। और अलग-अलग क्षेत्रों में 22 अक्टूबर से 24 अक्टूबर के दौरान उत्तराखंड में छिटपुट वर्षा, 23 और 24 अक्टूबर को पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तरी राजस्थान और उत्तर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में छिटपुट से हल्की/मध्यम वर्षा और दिल्ली में हल्की बारिश की संभावना है।
आईएमडी ने कहा, सप्ताह के अधिकांश दिनों में पूर्वोत्तर राज्यों और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में हल्की से मध्यम पृथक /वर्षा की गतिविधि की संभावना है। भारत के शेष हिस्सों में मौसम शुष्क रहने की संभावना है।
(आईएएनएस)
Created On :   22 Oct 2021 4:01 PM IST