रानीगंज हिंसा: बाबुल सुप्रियो ने ममता सरकार को बताया ''जिहादी सरकार''
डिजिटल डेस्क, कोलकाता। रामनवमी के मौके पर पश्चिम बंगाल के रानीगंज में हुई हिंसा को लेकर अब सियासत शुरू हो गई है। इस मसले पर बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने सूबे की ममता बनर्जी सरकार को जमकर कोसा है। इस धार्मिक उन्माद के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए उसे "जिहादी सरकार" की संज्ञा दी है। बंगाल के आसनसोल से सांसद और केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने आरोप लगाए कि रानीगंज में हिंसा का कारण पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं करना है।
बाबुल सुप्रियो ने आरोप लगाया कि टीएमसी सरकार ने तुष्टीकरण के लिए कोई एक्शन नहीं लिया। जिस कारम इतनी बड़ी हिंसक वारदात हो गई। अगर पुलिस ने पहले कदम उठाए होते तो हिंसा को टाला जा सकता था। पुलिस ने अपने राजनीतिक आकाओं के कहने के मुताबिक काम किया और इलाके में गुंडों को पूरी छूट दे दी। उन्होंने कहा कि जिस तरह दुकानें जलायी गईं और लोगों के घर में घुसकर मार काट की गई, उसे देखकर साफ लग रहा है कि यह सब पूर्व नियोजित था।
We wil show this Jihadi Sarkar that the the Spirit of Bengal is still alive•There r 100s of pictures circulating on Social Media, it’s impossible 2 verify their authenticity but even if 25% of that is correct, situation is grave•
— Babul Supriyo (@SuPriyoBabul) March 27, 2018
सुप्रियो ने कहा कि पुलिस को नकारा बनाकर तृणमूल मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति अपना रही है। उनका मकसद है कि डरा कर वह 30 फीसदी वोट अपने कब्जे में ले सके। इसके अलावा हिंदू आबादी का 30 फीसदी भी वोट मिल गया, तो तृणमूल आसानी से चुनाव जीत जाएगी। तृणमूल कांग्रेस के नेता और मंत्री मौके पर पहुंच कर लोगों को आश्वस्त कर रहे हैं कि वह उनके नुक्सान की भरपाई कर देंगे।
सुप्रियो ने इस संबंध में ट्वीट करते हुए लिखा कि "वह जिहादी सरकार को दिखा देंगे कि बंगाल की आत्मा अभी जिंदा है, उन्होंने ये भी कहा कि सोशल मीडिया पर सैकड़ों तस्वीरें वायरल हो रही हैं। जिनमें से अगर 25 फीसदी भी सही निकलीं तो यह साफ हो जाएगा कि प्रदेश में हालात कितने खराब हैं। बाबुल सुप्रियो ने इस संबंध में गृह मंत्री राजनाथ सिंह से फोन पर भी बात की है। वहीं, टीएमसी बीजेपी पर हिंसा भड़काने का आरोप लगा रही है।
सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि "राम के नाम पर गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं की जाएगी और आरोपियों पर सख्त कार्रवाई होगी। बता दें कि 25 मार्च को रामनवमी के मौके पर जुलूस को लेकर बर्धमान जिले के रानीगंज इलाके में तनाव की स्थिति पैदा हो गई थी, हालात आगजनी और फायरिंग तक पहुंच गए थे। अब तक दो व्यक्ति की मौत होने की बात सामने आई है। पुलिस ने अब तक हिंसा के आरोप में 19 लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं, पूरे सूबे में बीजेपी और उससे जुड़े हिंदुवादी संगठनों ने तलवार और दूसरे हथियारों के साथ रामनवमी का जुलूस निकाला था।
Created On :   28 March 2018 10:45 AM IST