INDEX रिपोर्ट: भारत में मुसलमानों की हालत पहले से ज्यादा बदतर, SC/ST के अच्छे दिन
- SC/ST की स्थिति में पहले से ज्यादा सुधार
- इंटरजेनरेशनल मोबिलिटी इंडेक्स की रिपोर्ट में हुआ खुलासा
- भारत में मुसलमानों की हालत बदतर- रिपोर्ट
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत में मुसलमानों की हालत पहले से ज्यादा बदतर हुई है, लेकिन एससी/एसटी वर्ग की हालत में सुधार देखा गया है। इस बात का खुलासा इंटरजेनरेशनल मोबिलिटी इंडेक्स की रिपोर्ट में हुआ है, लेकिन इन सबके बीच पिछड़े वर्ग की हालत पहले जैसी बनी हुई है जिसमें कोई सुधार नहीं हुआ है। ये रिपोर्ट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उन दावों को चुनौती दे रही है जिसमें सबका साथ सबका विकास का वादा किया जाता है।
इस रिपोर्ट को वर्ल्ड बैंक के सैम एशर, डार्टमाउथ कॉलेज के पॉल नोवोसेड और मेसाच्युसेट इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के चार्ली राफकिन ने तैयार किया है। इस रिपोर्ट को लेकर देश के 5600 गांवों 2300 शहरों में सर्वे किया गया था। जिसमें लोगों के सामाजिक स्तर और उनके जीवन में पीढ़ी दर पीढ़ी आई तरक्की पर फोकस किया गया है। जिसके आधार पर ये रिपोर्ट तैयार की गई। इस रिपोर्ट के अनुसार, भारत में आर्थिक उदारीकरण आने के बाद भी लोगों के सामाजिक स्तर में थोड़ा-बहुत ही बदलाव देखने को मिला है। इस बदलाव का सबसे ज्यादा फायदा एससी-एसटी वर्ग को मिला है।
रिपोर्ट में किए गए तुलनात्मक ध्यान के मुताबिक अमेरिका में रहने वाले अफ्रीकी समुदाय की स्थिति भारत में रहने वाले मुस्लिम समुदाय से बेहतर है। हालांकि भारत के SC-ST समुदाय की गतिशीलता अमेरिका के अफ्रीकी समुदाय की गतिशीलता के समान पाई गई है। रिपोर्ट में दक्षिण भारत के शहरी विकास और वहां की शिक्षा के स्तर को काफी बेहतर बताया गया है।
ST-SC वर्ग को मिला फायदा
इंटरजेनरेशनल मोबिलिटी इंडेक्स की इस रिपोर्ट के मुताबिक भारत में आम लोगों के सामाजिक स्तर और उनके जीवन में आ रहे दशक-दर दशक विकास को ध्यान में रखा गया है जिसके मुताबिक भारत में उदारीकण की शुरुआत के बाद लोगों के जीवन और सामाजिक स्तर में आंशिक बदलाव देखने को मिला है। लेकिन इस बदलाव का फायदा देश के सभी नागरिकों को नहीं बल्कि सिर्फ एससी/एसटी वर्ग को ही मिला है।
ग्रामीण इलाकों में ज्यादा गतिशीलता
इस रिपोर्ट में जो एक अहम बात निकलकर सामने आयी है कि वो ये है कि विकास में भौगोलिक स्थिति का काफी अहम रोल है। रिपोर्ट में कहा गया है कि मुस्लिमों में शिक्षा के स्तर पर काफी बुरे हालात हैं। जबकि हिन्दु जातियों में परिणाम इसके विपरीत है। भौगोलिक स्थिति के हिसाब से शहरी इलाकों में ग्रामीण इलाकों के मुकाबले ज्यादा गतिशीलता देखी गई है।
Created On :   21 Sept 2018 1:32 PM IST