शिवसेना बोली-NDA की रगों में हिन्दू खून हो तो वीर सावरकर को भारत रत्न दें
डिजिटल डेस्क, मुंबई। शिवसेना ने वीर सावरकर के जरिए मोदी सरकार पर निशाना साधने की कोशिश की है। सांसद संजय राउत ने लेख में लिखा कि अगर एनडीए सरकार की रगों में विशुद्ध हिंदू खून है तो वह वीर सावरकर को भारत रत्न सम्मान क्यों नहीं देते। राउत ने आगे कहा कि अगर वो ऐसा नहीं करते हैं तो घोषणा करें कि हिंदुत्व सिर्फ उनकी राजनीति में ही है।
सामना में लिखा छपा लेख
शिवसेना के मुखपत्र सामना के आलेख ‘उत्सव" में संजय राउत ने लिखा कि बीजेपी की एनडीए सरकार देश भर के तमाम कार्यालयों में भारतीय जनसंघ के संस्थापक दीनदयाल उपाध्याय की तस्वीर लगाती है, लेकिन सावरकर के लिए कोई स्थान नहीं है।""
सावरकर की फोटो हटाने की मांग हो रही
इस लेख में संजय राउत ने एमयू विवाद का भी जिक्र किया। उन्होंने लिखा कि जिन्ना की तस्वीर हटाने के बाद कुछ मुस्लिम संगठन अब दफ्तरों से सावरकर की फोटो हटाने की मांग भी उठा रहे हैं। राउत ने आगे कहा कि फोटो हटाने की मांग करना ही हिंदुत्व नायक सावरकर की जीत है।
भारत रत्न की मांग
राउत ने मोदी सरकार से सावरकर के लिए भारत रत्न की मांग की है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार को सावरकर के लिए भारत रत्न की घोषणा करनी चाहिए या फिर घोषणा कर देनी चाहिए कि हिंदुत्व केवल राजनीति के लिए है। माना जा रहा है कि हिंदू वोटर्स को लुभाने के लिए ये बयान दिया गया है। हालांकि, इस मुद्दे पर अभी तक भाजपा की ओर से कोई बयान नहीं आया है।
राउत के मुताबिक, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में जिन्ना की तस्वीर को लेकर हो रहा विवाद 2019 चुनाव से पहले ध्रुवीकरा की साजिश है। राउत ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल में छद्म सेक्युलरिज्म की अधिकता हो रही थी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान, जिनना या सावरकर से जुड़ा मुद्दा तभी उठता है, जब देश में कोई बड़ा चुनाव नजदीक आ रहा होता है। उन्होंने कहा, ‘यह एक रहस्य है। ऐसा लगता है कि कांग्रेस के मणिशंकर अय्यर जैसे लोग ऐसे विवाद को शुरू करने में लग जाते हैं। इसकी निंदा की जानी चाहिए।’
बता दें कि महाराष्ट्र की सत्ता में सहयोगी होने के बावजूद शिवसेना काफी वक्त से बीजेपी पर टकराव लेती रही है। हालांकि यह पहला मुद्दा नहीं है, जब शिवसेना ने बीजेपी को निशाने पर लिया हो।
Created On :   14 May 2018 11:33 AM IST