यूक्रेन से भारत लौट रहे छात्र, इंतजार करते माता-पिता हुए भावुक

Students returning from Ukraine to India, waiting parents got emotional
यूक्रेन से भारत लौट रहे छात्र, इंतजार करते माता-पिता हुए भावुक
रूस-यूक्रेन विवाद के बीच भारतीय छात्रों की वापसी यूक्रेन से भारत लौट रहे छात्र, इंतजार करते माता-पिता हुए भावुक
हाईलाइट
  • सबसे बड़ी समस्या फ्लाइट की टिकट की है
  • जिसे बेहद बढ़ा दिया गया है

नई दिल्ली। रूस-यूक्रेन विवाद के बीच भारतीय छात्र अपना देश लौटने लगे हैं। कुल 256 भारतीय छात्र जल्द ही इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर पहुंचेंगे। छात्रों के माता-पिता हवाईअड्डे के बाहर इंतजार कर रहे हैं। कई माता-पिता की आंखों में खुशी के आंसू हैं और वे अपने बच्चों को जल्द गले लगाना चाहते हैं।

यूक्रेन में 20 हजार से अधिक छात्र व नागरिक रहते हैं। वहीं यूक्रेन से विमान मंगलवार रात करीब 12 बजे तक उनके राष्ट्रीय राजधानी लौटने की उम्मीद है। यही कारण है कि छात्रों व अन्य नागरिकों के परिजन पहले से ही हवाईअड्डे के बाहर इंतजार कर रहे हैं। हरियाणा के कुरुक्षेत्र निवासी रमेश साहनी अपनी बेटी का इंतजार करते हुए रो पड़े। उनकी बेटी रिया साहनी यूक्रेन की खार्किव नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस फस्र्ट ईयर की पढ़ाई कर रही है। रिया बॉर्डर से मात्र 25 किलोमीटर दूर रह रही है।

रमेश साहनी ने कहा, बच्चों को कोई दिक्कत नहीं, लेकिन आगामी दिनों का कुछ पता नहीं। फ्लाइट का टिकट 61 हजार रुपये में बुक हुआ है। यह रकम पहले के मुकाबले दोगुनी है। मेरी यही दुआ थी कि बच्चे सुरक्षित रहें, भारत सरकार अच्छा कर रही है, दूतावास की ओर से पूरी मदद मिली।

हरियाणा के सोनीपत निवासी हरविंदर सरोहा की बेटी निकिता एमबीबीएस फोर्थ ईयर की पढ़ाई कर रही है। घर से विदेश जाने वाली वह पहली बेटी है, इस कारण पिता परेशान हैं और हवाईअड्डे पर इंतजार कर रहे हैं।

उन्होंने बताया, सबसे बड़ी समस्या फ्लाइट की टिकट की है, जिसे बेहद बढ़ा दिया गया है। यूनिवर्सिटी की तरफ से बच्चों को काफी मदद मिली है। वहीं दूतावास भी लगातार संपर्क में है।

यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने मंगलवार को एक बार फिर भारतीय छात्रों से उस देश को अस्थायी तौर पर छोड़ने को कहा, रूस ने पूर्वी यूक्रेन के दो अशांत क्षेत्रों की स्वतंत्रता को मान्यता प्रदान करने के बाद तनाव बढ़ गया है। साथ ही यूक्रेन में मेडिकल पढ़ाई कराने वाले विश्वविद्यालयों द्वारा आनलाइन पढ़ाई के संबंध में भी भारतीय छात्रों ने मामले को देखने को कहा है, साथ ही यूनिवर्सिटी से लगातार संपर्क में रहने की बात कही है।

पंजाब पटियाला निवासी राजेश राणा की बेटी हर्शिता राणा मेडिकल की पढ़ाई कर रही है। उन्होंने बताया, अभी आ रहे हैं ,लेकिन टिकट 61 हजार रुपये की हुई है। जब बच्चे बस में बैठ गए उसके बाद हमें सुकून आया और जब फलाइट में बैठने के बाद हम निश्चिंत हुए।

मेरी बेटी तो आ गई, लेकिन अन्य बच्चे भी फसे हुए हैं, वो भी हमारे बच्चे हैं। वो भी जल्द आ जाए हम यही दुआ करेंगे। सरकार ने फैसला करने में देरी की है, उन्हें जल्दी फैसला लेकर बच्चों को वापस लाना चाहिए था।

नवप्रीत संधू, अर्पण गिल, राजपाल संधू व गुरकीरस सिद्धू अपने दोस्त तरन्दीप बरार का इंतजार कर रहे हैं। वह मेडिकल पढ़ाई की कर रहे हैं। चारों दोस्त आगरा घूमने आए थे, जब उन्हें पता लगा कि उनका दोस्त वापस आ रहा है तो वह सब कुछ छोड़ हवाईअड्डा पहुंच गए हैं।

दोस्तों ने माता-पिता को जानकारी देदी है, जिसके बाद माता-पिता भी निश्चिंत हैं। हालांकि दोस्तों ने बताया कि उनका दोस्त इसलिए दुखी है, क्योंकि उसकी पढ़ाई का नुकसान हो गया है। यूनिवर्सिटी की फीस व घर का रेंट आदि जमा कर दिया है और उसे अपनी जिंदगी बर्बाद होने का भी डर है।

दरअसल, यूक्रेन की सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच भारत ने वहां से भारतीयों को वापस लाने के लिए बोइंग-787 विमान की उड़ान का संचालन किया गया है।

इसके अलावा, एयर इंडिया ने 19 फरवरी को घोषणा की थी कि वह भारत और यूक्रेन के बीच 22, 24 और 26 फरवरी को उड़ान का संचालन करेगी, बुकिंग एयर इंडिया बुकिंग कार्यालयों, वेबसाइट, कॉल सेंटर और अधिकृत ट्रैवल एजेंटों के माध्यम से खुली हैं।

 

 (आईएएनएस)

Created On :   23 Feb 2022 12:30 AM IST

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