सुनील अरोड़ा बने मुख्य चुनाव आयुक्त, जानिए क्या है इनकी खासियत ?
- 80 के बैच से रिटायर्ड अरोड़ा कई अहम विभाग संभाल चुके हैं
- अरोड़ा टैक्सटाइल
- वित्त और योजना आयोग के लिए भी काम कर चुके हैं
- चुनावी अनुभवों के कारण अरोड़ा को मिला था पोस्ट रिटायरमेंट
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। वरिष्ठ आईएएस अधिकारी सुनील अरोड़ा ने रविवार को देश के मुख्य चुनाव आयुक्त का पद संभाल लिया है। भारतीय प्रशासनिक सेवा में 80 के बैच से रिटायर्ड अरोड़ा कई अहम विभाग संभाल चुके हैं। अरोड़ा इससे पहले टैक्सटाइल, वित्त और योजना आयोग के लिए भी काम कर चुके हैं। चुनाव आयोग में ये भी संयोग रहा है कि जब मप्र में विधानसभा चुनाव हुए तब मुख्य चुनाव आयुक्त मप्र कैडर के ओपी रावत थे और अब राजस्थान में चुनाव होना है तो राजस्थान कैडर के अफसर को आयोग की कमान मिली है।
बता दें कि 1 दिसंबर 2018 को मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत रिटायर हुए हैं। सुनील आरोड़ा मजबूत इरादों और त्वरित फैसला लेने की वजह से चर्चा में रहे हैं। अरोड़ा 13 अप्रैल 1956 को पंजाब के होशियारपुर में जन्मे थे। पंजाब यूनिवर्सिटी से अंग्रेजी से एमए करने के बाद सुनील ने यूनिवर्सिटी में अंग्रेजी पढ़ाना शुरू कर दिया था।
सुनील के पिता इंडियन रेलवे में थे तो माता माता होशियारपुर के ही डीएवी कॉलेज में पढ़ाती थीं। सुनील केदोनों भाई प्रशासनिक पदों पर हैं। राजस्थान के जोधपुर, नागौर, अलवर और धौलपुर जैसे जिलों में तैनात रह चुके अरोड़ा 1993-1998 के बीच मुख्यमंत्री के सचिव भी रह चुके हैं। अरोड़ा 2005-2088 के बीच मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव भी रह चुके हैं। वैसे तो आरोड़ा अप्रैल 2016 में रिटायर हो चुके हैं, लेकिन उनकी दूरदर्शिता और चुनावी मामलों में अनुभव को देखते हुए उन्हें पोस्ट रिटायरमेंट देकर जोड़े रखा गया।
Delhi: Sunil Arora takes charge as the new Chief Election Commissioner of India pic.twitter.com/7ruBbg5MN5
— ANI (@ANI) December 2, 2018
Created On :   2 Dec 2018 2:40 PM IST