एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन के लिए पीएम का इंतजार क्यों, 1 जून से खोलें : सुप्रीम कोर्ट
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ईस्टर्न एक्सप्रेस वे के उद्घाटन में हो रही देरी को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) को फटकार लगाई है। सुप्रीम कोर्ट ने NHAI से कहा है कि अब जब एक्सप्रेस वे बनकर तैयार हो गया है तो इसे जनता के लिए खोला क्यों नहीं जा रहा है। इसके उद्घाटन के लिए पीएम मोदी का इंतजार क्यों किया जा रहा है। कोर्ट ने निर्देश दिया है कि इस महीने के अंत तक यानी 31 मई तक अगर पीएम मोदी इस एक्सप्रेस वे का उद्घाटन नहीं करते हैं तो इसे 1 जून को जनता के लिए खोल दिया जाए।
Supreme Court orders Eastern Expressway be thrown open to public from 1 June, also stated that it will help de-congest Delhi. pic.twitter.com/9sExnnYPeF
— ANI (@ANI) May 10, 2018
बता दें कि हरियाणा और यूपी के शहरों को जोड़ने वाला 135 किमी लंबा ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पूरी तरह बनकर तैयार हो चुका है। अप्रैल में पीएम मोदी द्वारा इसका उद्घाटन होना था लेकिन व्यस्तता के चलते प्रधानमंत्री एक्सप्रेस वे का उद्घाटन नहीं कर पाए। इस मामले में एक्सप्रेस वे को जल्द शुरू करने की याचिका सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई थी। जस्टिस मदन बी लोकुर और जस्टिस दीपक गुप्ता की बेंच इस पर सुनवाई कर रही है। गुरुवार को सुनवाई में बेंच ने कहा, "पिछली सुनवाई में हमें कहा गया था कि अप्रैल में PM मोदी एक्सप्रेस वे का शुभारंभ करेंगे, लेकिन अब तक यह उद्घाटन नहीं हो पाया। इसमें ज्यादा देरी दिल्ली की जनता के हित में नहीं है।" बेंच ने कहा, "पीएम का इंतजार क्यों किया जा रहा है, सरकार की ओर से कोर्ट में पेश हुए ASG भी इसका उद्घाटन कर सकते हैं।"
सुनवाई के दौरान बेंच ने मेघालय कोर्ट का उदाहरण देते हुए कहा कि मेघालय हाईकोर्ट बिना औपचारिक उद्घाटन के 5 साल से काम कर रहा है, तो फिर ईस्टर्न कॉरिडोर क्यों नहीं चालू हो सकता। अंत में बेंच ने एक्सप्रेस वे के उद्घाटन के लिए 31 मई तक की डेडलाइन देते हुए कहा कि यदि 31 मई तक एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन नहीं किया गया तो इसे एक जून से आम जनता के लिए खुला माना जाएगा।
क्या है ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे के फायदे
135 किलोमीटर लंबे ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे से एनसीआर के कई शहर फरीदाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, सोनीपत सहित कई स्थान आपस में लिंक हो जाएंगे। आवागमन में आसानी के साथ-साथ इसक बड़ा फायदा यह होगा कि इसके शुरू होने से भारी वाहन दिल्ली में प्रवेश नहीं कर पाएंगे। इससे दिल्ली में ट्रैफिक तो घटेगा ही साथ ही वायु प्रदुषण में भी कमी आएगी।
Created On :   10 May 2018 5:22 PM IST