सुप्रीम कोर्ट में 1 मई से 'क्रेच' सुविधा शुरू, महिला वकीलों को होगा फायदा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के कैंपस में 1 मई से छोटे बच्चों के लिए "क्रेच" शुरू होने जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस आर. भानुमति और जस्टिस मोहन शांतनागौदार की बेंच ने 1 मई से क्रेच शुरू करने का आदेश दिया है। कोर्ट की तरफ से जारी आदेश के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट के एनेक्सी बिल्डिंग कंपाउंड में बना ये क्रेच सुप्रीम कोर्ट के स्टाफ और वकील माता-पिता के लिए बनाया गया है। इस क्रेच में सुप्रीम कोर्ट में काम करने वाले कर्मचारी और वकील अपने छोटे बच्चों को इस क्रेच में देखभाल के लिए रख सकते हैं। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में क्रेच खोलने के लिए पिछले 5 सालों से सुनवाई हो रही थी।
10 अप्रैल तक कोर्ट ने मांगी रिपोर्ट
जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस आर. भानुमति और जस्टिस मोहन शांतनागौदार की बेंच ने वकील अनंदिता पुजारी की पिटीशन पर सुनवाई करते हुए मौजूदा क्रेच में कमी की बात को मानते हुए नए क्रेच बनाए जाने के आदेश जारी किए हैं। बेंच ने इस बारे में नए क्रेच को बनाए जाने की मंजूरी देते हुए कहा कि "इस बारे में स्टेक होल्डर्स सुप्रीम कोर्ट के रजिस्ट्री के अधिकारियों के साथ एक मीटिंग करेंगे और 10 अप्रैल तक अपनी रिपोर्ट पेश करेंगे।" बेंच ने 1 मई तक क्रेच शुरू करने के आदेश दिए हैं।ठ
क्या होगा नए क्रेच में?
- नया क्रेच सुप्रीम कोर्ट के एनेक्सी बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर पर बनाया जा रहा है, इसमें 30 बच्चे रखे जा सकते हैं।
- नोटिफिकेशन के मुताबिक, इस क्रेच में सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन और स्टाफ के 12 बच्चे, रजिस्ट्री स्टाफ के 12 बच्चे, वकीलों के 3 बच्चों के लिए है। इसके साथ ही एक या दो दिन के लिए 3 गेस्ट चाइल्ड रखे जा सकते हैं।
- क्रेच में एडमिशन के लिए 1000 रुपए की फीस रखी गई है। इसके साथ ही हर महीने 1500 रुपए केयर फीस के तौर पर लिए जाएंगे। वहीं एक या दो दिन के लिए सिर्फ 100 रुपए लगेंगे।
- सोमवार से शुक्रवार तक ये क्रेच सुबह 8:30 बजे से शाम के 6:30 बजे तक खुलेगा, जबकि शनिवार को 8:30 बजे से लेकर 2 बजे तक खुलेगा।
- इसके साथ ही इस क्रेच में पैरेंट्स के लिए वेटिंग रूम, बच्चों के लिए स्लीपिंग रूम, एक्टिविटी एरिया और झूले और खिलौने रखे हुए हैं।
- इसके अलावा क्रेच में 20 सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं और बच्चों की देखभाल के लिए महिला स्टाफ रखा गया है।
5 साल पहले हुई थी क्रेच के लिए मुहिम
2012 : जानकारी के मुताबिक, वकील अनंदिता पुजारी ने सीनियर एडवोकेट इंदिरा जयसिंह से साथ 2012 में तत्कालीन चीफ जस्टिस अल्तमस कबीर को सुप्रीम कोर्ट में क्रेच बनाए जाने के लिए एक लेटर लिखा।
2014 : 18 जुलाई 2014 को तत्कालीन चीफ जस्टिस आरएम लोढ़ा और दिसंबर 2014 को तत्कालीन चीफ जस्टिस एचएल दत्तू को भी लेटर अनंदिता ने लेटर लिखा, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
2015 : इसके बाद जनवरी 2015 को सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन ने भी क्रेच का प्रस्ताव सुप्रीम कोर्ट को भेजा, लेकिन फिर भी कोई एक्शन नहीं लिया गया।
2015 : आखिरकार वकील अनंदिता पुजारी ने 2015 में एक पिटीशन फाइल कर बताया कि उनकी 4 साल की बेटी है और पति प्राइवेट कंपनी में जॉब करते हैं। उन्होंने बताया कि वो कोर्ट में प्रैक्टिस करना चाहती हैं, लेकिन बच्ची को घर पर अकेला नहीं छोड़ सकती।
2018 : इस पिटीशन पर सुनवाई करते हुए जस्टिस रंजन गोगोई की अगुवाई वाली बेंच ने सुप्रीम कोर्ट में क्रेच बनाने का आदेश दिया। कोर्ट कैंपस में ये नया क्रेच 1 मई 2018 से शुरू हो जाएगा।
अभी तक क्या थी व्यवस्था?
जानकारी के मुताबिक, अभी तक क्रेच सुप्रीम कोर्ट में न्यू लॉयर्स चैंबर के रूम नंबर-8 और 9 में चल रहा था, लेकिन 1 मई से ये क्रेच एनेक्सी बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर पर चलेगा। नए क्रेच में 6 महीने से 6 साल की उम्र तक 30 बच्चों को रखा जा सकता है, जबकि पुराने क्रेच में सिर्फ 10 बच्चों को रखने की ही सुविधा है।
Created On :   9 April 2018 8:29 AM IST