स्वच्छता सर्वेक्षण 2019: इंदौर तीसरी बार बना नंबर वन, भोपाल बनी सबसे स्वच्छ राजधानी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। स्वच्छता सर्वेक्षण-2019 की रिपोर्ट में मध्य प्रदेश के इंदौर शहर ने एक बार फिर बाजी मार ली है। इंदौर तीसरी बार देश का सबसे स्वच्छ शहर बना है। जबकि भोपाल को देश की सबसे स्वच्छ राजधानी का दर्जा मिला है। आज (बुधवार) को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान स्वच्छता सर्वेक्षण रिपोर्ट के मुताबिक देश के सबसे साफ शहरों के नामों की घोषणा की है। शहरी विकास मंत्रालय ने 4237 शहरों में सर्वे किया है। इतने शहरों में टॉप-10 शहर का चयन मंत्रालय के लिए भी बड़ी चुनौती रही। सर्वे 5000 अंकों का है।
अब तक हुए सभी चार सर्वेक्षणों में प्रथम पुरस्कार प्राप्त करके इंदौर शहर ने एक मिसाल कायम की है।
— President of India (@rashtrapatibhvn) March 6, 2019
स्वच्छता के काम को ज़मीन पर अंजाम देने वाले सभी स्वच्छताकर्मियों और स्वच्छाग्रहियों के योगदान के लिए, मैं उन सबको, पूरे राष्ट्र की ओर से धन्यवाद देता हूँ — राष्ट्रपति कोविन्द
10 लाख से ज्यादा आबादी वाले शहरों में अहमदाबाद तो 5 लाख से कम आबादी वाले शहरों में उज्जैन पहले पायदान पर रहा। स्वच्छता में नंबर वन का ताज राष्ट्रपति के हाथों महापौर मालिनी गौड़, निगमायुक्त आशीष सिंह, नेता प्रतिपक्ष फौजिया शेख अलीम, कंसल्टेंट असद वारसी ने दिल्ली में ग्रहण किया। महापौर आलोक शर्मा ने जहां भोपाल तो महापौर मीना जोनवाल ने उज्जैन के लिए पुरस्कार ग्रहण किया। देश में अहमदाबाद को जहां 10 लाख से ज्यादा की आबादी वाले शहर के लिए तो उज्जैन को 5 लाख तक की आबादी वाले सबसे स्वच्छ शहर का दर्जा मिला है।
इन वजहों से इंदौर बना नंबर वन
इंदौर देश का पहला ऐसा शहर, जिसने ट्रेंचिंग ग्राउंड को पूरी तरह खत्म कर वहां नए प्रयोग शुरू कर दिए हैं।100 प्रतिशत कचरे की प्रोसेसिंग और बिल्डिंग मटेरियल और व्यर्थ निर्माण सामग्री का कलेक्शन और निपटान।कचरा गाड़ियों की मॉनिटरिंग के लिए जीपीएस, कंट्रोल रूम और 19 जोन की अलग-अलग 19 स्क्रीन।29 हजार से ज्यादा घरों में गीले कचरे से होम कम्पोस्टिंग का काम।देश के पहले डिस्पोजल फ्री मार्केट। इसमें हाल ही में 56 दुकान को शामिल किया है। पहला शहर, जहां लाखों लोगों की मौजूदगी के दो जीरो वेस्ट इवेंट हुए।
Created On :   6 March 2019 12:12 PM IST