अब भारत पर नहीं पड़ेगा IS का प्रभाव :राजनाथ सिंह
डिजिटल डेस्क, गुरुग्राम। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को कहा है कि आप भारत के ऊपर IS को कोई भी प्रभाव नहीं पड़ेगा। गुरुग्राम में "चेंजिंग कॉनटॉरस ऑफ़ ग्लोबल टेरर" पर चौथी काउंटर टेररिज्म कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा, "IS के द्वारा जारी किए गए जिहादी प्रोपोगैंडे में अब काफी बदलाव आया है, जिसका निर्माण भारत की खिलाफत करने के लिए किया गया था।" उन्होंने आगे कहा, "मैं इस बात से खुश हूं कि भारतीय लोगों के ऊपर इस्लामिक स्टेट को कोई खासा प्रभाव नहीं पड़ा है। मुझे यकीन है कि आगे भी इसका हमारे देश के ऊपर कोई खासा प्रभाव नहीं पड़ेगा।" हालांकि, उन्होंने कहा कि, वामपंथी अतिवादवाद, विद्रोह सहित सभी रूपों में आतंकवाद, भारत की राष्ट्रीय संप्रभुता के लिए एक चुनौती है।
सरकार सुरक्षा और अर्थव्यवस्था दोनों को दे रही सामान प्राथमिकता
गृह मंत्री ने इस बात पर जोर देकर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार ने सुरक्षा और अर्थव्यवस्था दोनों को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता के रूप में रखा है और यही कारण है कि आतंकवाद से निपटने के लिए विशेष रूप से गृह मंत्रालय में एक नया डिविजन भी बनाया गया है। उन्होंने आगे बोलते हुए कहा, "बेहतर सीमा प्रबंधन के कारण क्रॉस-बॉर्डर-घुसपैठ को कम किया गया है। सरकार ने सेना के आधुनिकीकरण कार्यक्रमों के लिए पर्याप्त धनराशि आवंटित की है। राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) बटालियनों के द्वारा क्षेत्रीय केंद्रों और महत्वपूर्ण रणनीतिक स्थानों पर छापा मारा गया है, ताकि किसी अनपेक्षित चुनौतियों का सामना कर सकें।" उन्होंने आगे कहा कि दुनिया के कई देशों ने युवाओं के कट्टरपंथ को रोकने और नियंत्रित करने के लिए उपाय किए हैं।
की भारतीय सेना की तारीफ
केन्द्रीय गृह मंत्री ने बिना पकिस्तान का नाम लिए उस पर निशाना साधते हुए कहा कि हमारे पडोसी मुल्क ने आतंकवादियों का प्रायोजक बनकर उन्हें पनाह दी है, और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आतंकवाद के अभूतपूर्व विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने सेना की तारीफ़ करते हुए कहा, "मुझे खुशी है कि भारत सेना ने समय-समय पर कुछ ऐसे मामलों का पर्दाफाश किया है जो अपनी धरती पर आतंकवादी हमलों के आयोजन की योजना बना रहे थे।" मंत्री ने कहा कि हाल के कुछ सालों में "वैश्विक आतंकवाद" की धारणा में भारी बदलाव आया है, खासकर मध्य पूर्व, दक्षिण एशिया और अफ्रीकी महाद्वीप में ऐसा देखा गया है।
Created On :   15 March 2018 12:01 AM IST