भारतीयों के साथ हुई क्रूरता का बेरहम हत्याकांड, ब्रिटिश राज की कायरता,धोखेबाज फितरत का ऐतिहासिक सबूत
- अंग्रेजों की धोखेबाज फितरत का ऐतिहासिक सबूत
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत में हुए जलियांवाला बाग कांड को आज 103 साल हो गए। सौ से अधिक सालों के बाद भी इस नरसंहार के जख्म अभी भरे नहीं हैं। इस घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था। ब्रिटिश राज की कायरता का बयान करने वाला जलियांवाला बाग कांड अंग्रेजों की धोखेबाज फितरत का ऐतिहासिक सबूत है। आइए जानते हैं आखिर उस दिन क्या हुआ जिससे 13 अप्रैल 1919 की तारीख भारतीय इतिहास में काले दिन के रूप में हमेशा के दर्ज हो गई, लेकिन तब के ये जख्म आज भी हर देशवासियों के जेहन में हरे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1919 में आज के दिन जलियांवाला बाग में शहीद हुए लोगों को श्रद्धांजलि दी। पीएम ने कहा उनका अद्वितीय साहस और बलिदान आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा। पिछले साल जलियांवाला बाग स्मारक के पुनर्निर्मित परिसर के उद्घाटन के अवसर पर अपना भाषण साझा करते हुए ट्वीट किया
Tributes to those martyred in Jallianwala Bagh on this day in 1919. Their unparalleled courage and sacrifice will keep motivating the coming generations. Sharing my speech at the inauguration of the renovated complex of Jallianwala Bagh Smarak last year. https://t.co/zjqdqoD0q2
— Narendra Modi (@narendramodi) April 13, 2022
जलियावाला बाग हत्याकांड पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा विदेशी शासन की निर्ममता व क्रूर अत्याचारों के प्रतीक जलियांवाला बाग नरसंहार के अमर बलिदानियों के साहस व वीरता को नमन करता हूँ। माँ भारती की आजादी के लिए आपका त्याग, समर्पण व बलिदान आने वाली पीढ़ियों को देश की एकता व अखंडता के लिए अपना सर्वस्व अर्पण करने की प्रेरणा देता रहेगा।
विदेशी शासन की निर्ममता व क्रूर अत्याचारों के प्रतीक जलियांवाला बाग नरसंहार के अमर बलिदानियों के साहस व वीरता को नमन करता हूँ।
— Amit Shah (@AmitShah) April 13, 2022
माँ भारती की आजादी के लिए आपका त्याग, समर्पण व बलिदान आने वाली पीढ़ियों को देश की एकता व अखंडता के लिए अपना सर्वस्व अर्पण करने की प्रेरणा देता रहेगा।
ब्रिटिश राजनेता कई बार 1919 की जालियांवाला बाग कांड को ब्रिटिश-भारतीय इतिहास में शर्मनाक धब्बा बता चुके है, 1997 में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने जालियांवाला बाग कांड को बीते इतिहास का दुखद उदाहरण बताया।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा 103 साल पहले, जलियांवाला बाग में हुए नरसंहार ने दुनिया को एक निरंकुश शासन की क्रूरता को दिखाया था। वीर शहीदों को विनम्र श्रद्धांजलि। उनका सर्वोच्च बलिदान पीढ़ियों को अन्याय के खिलाफ लड़ने के लिए प्रेरित करता रहा है
103 years ago, the massacre at Jallianwala Bagh showed the world the cruelty of an autocratic regime.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 13, 2022
Humble tribute to the courageous martyrs. Their supreme sacrifice has continued to inspire generations to fight against injustice. pic.twitter.com/6g0edRGbcM
Created On :   13 April 2022 12:22 PM IST