CBI ने PNB के तीन और अधिकारियों को किया गिरफ्तार
डिजिटल डेस्क, मुंबई। पंजाब नेशनल बैंक धोखाधड़ी मामले में सोमवार को बैंक के तीन और अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में अब छह लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। तीनों आरोपी ब्रांडी हाउस ब्रांच में काम करते है। गिरफ्तार आरोपियों के नाम बेचू तिवारी , यशवंत जोशी और प्रफुल्ल सावंत है। तिवारी फोरेक्स डिपार्टमेंट के इंचार्ज और चीफ मैनेजर है। जोशी इसी विभाग में मैनेजर है जबकी सावंत एक्सपोर्ट विभाग में अफसर है। सीबीआई ने एक बयान जारी कर जानकारी दी है कि तीनों आरोपियों के नवी मुम्बई, अंधेरी और डोम्बिवली स्थित घरों की तलाशी ली जा रही है। सीबीआई के एक अधिकारी के मुताबिक तिवारी पर मामले में पहले से गिरफ्तार गोकुलनाथ शेट्टी के कामकाज की निगरानी की जिम्मेदारी थी। साथ ही उस पर ही यह भी जिम्मा था कि लेन देन स्व जुड़ी जानकारी सिस्टम में अपलोड हो। गिरफ्तार दूसरे आरोपियों को भी इस गोरखधंधे की पूरी जानकारी थी।
सोमवार सुबह सीबीआई ने मुंबई की ब्रैडी हाउस शाखा को सील कर दिया। साथ ही उसकी तरफ से बैंक के बाहर नोटिस का पर्चा भी चिपका दिया गया है, जिस पर लिखा है कि इस ब्रांच को नीरव मोदी एलओयू मामले के कारण सील किया जाता है. अब इस ब्रांच में कोई भी काम नहीं होगा। यहां किसी भी पीएनबी कर्मचारी की एंट्री पर भी रोक लग गई है। इससे पहले रविवार को सीबीआई ने मुंबई में पंजाब नैशनल बैंक की ब्रैडी हाउस शाखा परिसर को पूरी तरह अपने कब्जे में ले लिया। इस दौरान सीबीआई ने सघन अभियान चलाया और बैंक के जनरल मैंनेजर समेत 5 अधिकारियों से पूछताछ भी की गई। ये तलाशी अभियान रातभर जारी रहा।
सोमवार को CBI ने मुंबई में नीरव मोदी की कंपनी के CFO विपुल से भी पूछताछ की। इससे पहले रविवार को भी विपुल से पूछताछ की गई थी। ये पूछताछ करीब 5 घंटो तक चली थी। पूछताछ के बाद जब विपुल बाहर निकले तो मीडिया ने उनसे बात करनी चाही, लेकिन विपुल बिना कुछ कहे वहां से निकल गए।
सीबीआई के ऑफिसर्स का कहना है कि चौकसी के खिलाफ पहली एफआईआर दर्ज होने के बाद एजेंसी ने जांच के दौरान जो दस्तावेज जब्त किए थे, उनकी भी सघन जांच की जा रही है। सीबीआई ने कहा, "फिलहाल उनका पहला टारगेट घोटाले की गहराई, धनराशि का लेन-देन और इसमें बैंक ऑफिसरों की सांठगांठ समझने पर है।
वहीं शनिवार को गिरफ्तार किए गए पीएनबी के पूर्व डिप्टी मैनेजर गोकुलनाथ शेट्टी ने कबूल किया है कि उसे LOU (लेटर ऑफ अंडरटेकिंग) जारी करने के बदले रिश्वत मिलती थी। LOU के अमाउंट के आधार पर परसेंटेज फिक्स था, सीबीआई से पूछताछ में गोकुलनाथ शेट्टी ने ये खुलासा किया है। साढ़े 11 हजार करोड़ के इस घोटोले में लगातार गिरफ्तार लोगों से पूछताछ चल रही है।
गोकुलनाथ शेट्टी वहीं अधिकारी है जिसने बैंक गारंटी दी थी। शेट्टी ने पूछताछ के दौरान कुछ और बैंक अधिकारियों के शामिल होने की बात भी कही है। बयान के आधार पर सीबीआई इन अधिकारियों को पूछताछ के लिए बुलाने जा रही है। सीबीआई ने शनिवार आधी रात में गिरफ्तार किए गए तीन आरोपियों से घंटों पूछताछ की। इनसे पूछताछ के आधार पर पंजाब नेशनल बैंक से अहम दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं। सीबीआई तीनों को उसी ब्रांच में लेकर पहुंची जहां घोटाला हुआ।
सीबीआई लगातार मार रही छापे
सीबीआई, ईडी और सीवीसी जैसी बड़ी एजेंसियां नीरव मोदी के ठिकानों पर लगातार छापेमारी भी कर रही हैं। सीबीआई की शुरुआती जांच में कुछ महत्वपूर्ण तथ्य सामने आए हैं। सीबीआई ने बैंक अधिकारियों से उन सभी बैंक ब्रांच के बारे में भी पूछा जहां पर लगातार रेड मारी जा रही है। शेट्टी ने यह भी कबूला कि कई पासवर्ड के जरिए फ्रॉड को अंजाम देने में मदद करता था।
क्या है पीएनबी घोटाला
देश के बैंकिंग इतिहास के सबसे बड़े फ्रॉड में से एक पंजाब नेशनल बैंक के 11,500 करोड़ रुपये के घोटाले के खुलासे के बाद डायमंड किंग नीरव मोदी और गीतंजलि जेम्स के प्रमोटर मेहुल चौकसी के खिलाफ सीबीआई की तरफ से शिकायत के बाद एफआईआर दर्ज की गई है। नीरव मोदी और मेहुल चौकसी इस घोटाले का मुख्य आरोपी हैं। उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी किया जा चुका है। विदेश मंत्रालय ने नीरव मोदी और मेहुल चौकसी का पासपोर्ट निलंबित कर दिया है और इनके विदेश के आउटलेट्स पर भी कारोबार न करने का आदेश दिया जा चुका है।
Created On :   20 Feb 2018 12:25 AM IST