तनाव कम करने कवायद, तिहाड़ के कैदी अपने ही परिजनों के साथ खेलेंगे फुटबॉल
डिजिटल डेस्क,दिल्ली। कैदियों में सद्भावना और तनाव को कम करने के लिए जेल प्रशासन ने कैदियों को फुटबॉल खिलाने का फैसला किया है। इसमें सबसे खास बात ये है कि कैदियों के साथ उनके परिजन भी फुटबॉल खेलेंगे। इसके लिए तिहाड़ जेल प्रशासन ने कैदियों के घर वालों की खोजबीन करना शुरू कर दी है जो फुटबॉल के बारे में जानते हों या जो फुटबॉल खेलने के लिए राजी हों।
तिहाड़ जेल के एडिशनल आईजी राजकुमार ने भी इस तरह से कैदियों और इनके घरवालों के बीच फुटबॉल मैच होने की बात कही है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में कई कैदियों के परिजनों से बातचीत हुई है। इसके साथ ही अंदर कैदियों को तिहाड़ जेल के अंदर ही ट्रेनिंग भी दी जा रही है और इसके लिए एक ट्रेनर को अपॉइंट किया गया है। दिल्ली सॉकर एसोसिएशन (DSA) भी पूरी तैयारी कर रहा है।
पहली बार हो रहा इस तरह का आयोजन
गौरतलब है कि कैदियों और उनके घरवालों के बीच जेल के अंदर इस तरह का आयोजन पहले देश की किसी भी जेल में नहीं हुआ है।जेल के एक अधिकारी ने बताया कि यह मैच जेल नंबर-1 में 28 जनवरी को होना तय हुआ है। कैदी अपने बेटे, भाई और पिता के साथ जेल के अंदर मैच खेल सकेंगे। इससे उनका तनाव कम होने के साथ ही वो सद्भावना का पाठ सीख सकेंगे।
मैच को लेकर कैदी उत्साहित
इस मैच में हत्या, चोरी, लूट और रंगदारी जैसे मामलों के कैदी भी शामिल हो सकेंगे। मैच के दौरान टीमों में कैदियों के साथ परिवार वाले भी होंगे। जेल अधिकारियों का कहना है कि तिहाड़ में कैदियों और इनके परिजनों के बीच होने वाले फुटबॉल मैच को लेकर कैदी उत्साहित हैं। अधिकारी ने बताया कि मैच होने की खबर मिलने के बाद से ही जेल के अंदर लड़ाई-झगड़ों में कमी आई है।
अब ये तो देखने वाली बात होगी कि तिहाड़ जेल प्रशासन की ये कवायद कितना रंग लाती है। इस मुहिम के कारण कैदियों के तनाव में कितनी कमी आती है और वो अपराधों से कितना दूर होते हैं।
Created On :   20 Jan 2018 9:12 AM IST