ISI एजेंट का कानपुर कनेक्शन, UP ATS ने जब्त किए लैपटॉप और मोबाइल
- ISI को जानकारी लीक करने के मामले में वैज्ञानिक निशांत अग्रवाल का कानपुर कनेक्शन सामने आया है।
- निशांत के लैपटॉप से मिले सुराग के आधार पर एटीएस की लखनऊ यूनिट ने कार्रवाई की।
- यूपी ATS ने कानपुर में दो लोगों के पास से 4 लैपटॉप
- 2 मोबाइल फोन
- गूगल और फेसबुक का डाटा सीज किया है।
डिजिटल डेस्क, कानपुर। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI को जानकारी लीक करने के मामले में ब्रह्मोस मिसाइल यूनिट से पकड़े गए वैज्ञानिक निशांत अग्रवाल का कानपुर कनेक्शन सामने आया है। यूपी ATS ने कानपुर में दो लोगों के पास से 4 लैपटॉप, 2 मोबाइल फोन, गूगल और फेसबुक का डाटा सीज किया है। निशांत के लैपटॉप से मिले सुराग के आधार पर एटीएस की लखनऊ यूनिट ने जीटी रोड, रेलबाजार स्थित DMSRDI (डिफेंस मटेरियल्स एंड स्टोर्स रिसर्च एंड डवलपमेंट स्टेब्लिशमेंट) की एक महिला वैज्ञानिक से घंटों पूछताछ की। टीम ने महिला वैज्ञानिक से उनके दफ्तर में ही सवाल-जवाब किए। सुरक्षा एजेंसियों की नजर से बचने के लिए दोनों सोशल मीडिया के जरिए टच में रहते थे।
बता दें कि सोमवार को उत्तरप्रदेश और महाराष्ट्र एटीएस ने मिलिट्री इंटेलीजेंस के साथ मिलकर ब्रह्मोस एयरोस्पेस सेंटर नागपुर से एक साइंटिस्ट को गिरफ्तार किया था। साइंटिस्ट निशांत अग्रवाल पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI और अमेरिका को गुप्त सूचनाएं देने का आरोप है। निशांत पर आईएसआई और अमेरिकी खुफिया एजेंसी को ब्रह्मोस मिसाइल से जुड़ी जानकारी लीक करने का आरोप है। निशांत को नागपुर के उज्ज्वल नगर इलाके से गिरफ्तार किया गया था। रविवार रात से ही टीम उसे ट्रैक करने की कोशिश कर रही थी और सोमवार को उसे गिरफ्तार कर लिया गया था।
निशांत अग्रवाल की 2 महीने पहले ही शादी हुई थी। निशांत को दो लड़कियों के फर्जी फेसबुक अकाउंट के जरिए हनीट्रैप किया गया है। दोनों ही खातों का आईपी (Internet protocol) पाकिस्तान का है और दोनों ही फर्जी हैं। इन खातों से महत्वपूर्ण जगहों पर बैठे और भी लोगों से संपर्क किया गया है, जिसकी जांच की जा रही है। यूपी एटीएस ने निशांत को नागपुर के सेशन कोर्ट में पेश किया था, जहां से उसे तीन दिन की रिमांड पर भेज दिया गया है। एटीएस ये जानने की कोशिश कर रही है कि निशांत अब तक कितने दस्तावेज पाकिस्तान भेज चुका है।
Created On :   10 Oct 2018 12:31 AM IST