राज्य पुलिस प्रमुख को लेकर केरल विधान सभा में हंगामा

Uproar in Kerala Legislative Assembly regarding state police chief
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तिरुवनन्तपुरम, 2 मार्च (आईएएनएस)। केरल विधानसभा के 27 दिन के सत्र की शुरुआत सोमवार को राज्य के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन और विपक्ष के नेता रमेश चेन्नीथाला के बीच राज्य के पुलिस प्रमुख लोकनाथ बेहरा पर तकरार को लेकर हुई।

जहां विजयन ने बेहरा को पद से हटाने की बात कही, वहीं चेन्नीथाला ने बेहरा को हटाए जाने और राज्य पुलिस पर नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक यानि कि कैग की रिपोर्ट को लेकर सीबीआई जांच की मांग की।

जब वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और विधायक पी.टी.थॉमस ने कैग रिपोर्ट पर स्थगन प्रस्ताव लाने की मांग की, जिसमें गायब हुई बंदूकों और कारतूसों, धन के गलत और अन्य जगहों पर इस्तेमाल करने को लेकर बातें कही गई हैं।

तब मुख्यमंत्री विजयन ने विधायक थॉमस के द्वारा लगाए गए इन सभी आरोपों को निराधार बताते हुए खारिज कर दिया।

थॉमस ने कहा, स्टोर को लेकर की जाने वाली खरीददारी के मैन्युअल और सीवीसी गाइडलाइन के हर दिशा-निर्देश का बेहरा ने उल्लंघन किया है। कैग ने इस बारे में बताया है। इस मामले में अब तक का सबसे बड़ा 300 करोड़ रूपयों से ज्यादा का भ्रष्टाचार हुआ है।

थॉमस ने एसएनसी लवलीन मामले का जिक्र करते हुए कहा, आप इस भ्रष्टाचार के बारे में सब जानते हुए भी बेहरा पुल का इस्तेमाल कर रहे हैं, ताकि आप केन्द्र तक पहुंच सकें। सुप्रीम कोर्ट इस मामले में जल्द ही अपना फैसला देने जा रही है। लिहाजा हमें आप पर संदेह होगा।

विजयन ने जबाव देते हुए कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आप बेहरा पर हमला कर रहे हैं, जो कि पुलिस फोर्स के मनोबल पर गलत असर डाल रहा है। कैग की रिपोर्ट की अब सार्वजनिक लेखा समिति जांच करेगी और हम उनकी रिपोर्ट आने तक इंतजार करेंगे। इसके अलावा आपने कई बार एसएनसी लवलीन केस का जिक्र किया है। इस बारे में मैं आपको बता दूं कि मुझे केरल हाईकोर्ट द्वारा रिहाई दे दी गई है। इस समय मैं आरोपी नहीं हूं।

मुख्यमंत्री के जबाव पर प्रतिक्रिया देते हुए चेन्नीथाला ने कहा कि बेहरा से उनका कोई भी व्यक्तिगत मसला नहीं है।

चेन्नीथाला ने कहा, हमारे कार्यकाल के समय में यह अधिकारी, खरीद विभाग के प्रभारी थे और उन्हें बाहर कर दिया गया था। यह आश्चर्यजनक बात है कि जब कैग ने राइफलों की जांच की थी, तब वे गायब थीं लेकिन जैसे ही आपने क्राइम ब्रांच के प्रमुख टॉमिन थैंकेनरी से सुबूत मांगा तो राइफलें वापस आ गईं, ये चमत्कार है। ऐसे अधिकारी पर एक्शन न लेना साफ जाहिर करता है कि आप बतौर गृहमंत्री और मुख्यमंत्री फिट नहीं हैं।

चेन्नीथाला ने विजयन को ये भी याद दिलाया कि लालू प्रसाद यादव निचली अदालतों से छूट गए थे, लेकिन शीर्ष अदालत ने उन्हें जेल भेज दिया था।

स्पीकर द्वारा इस मुद्दे पर चर्चा करने से इनकार करने के बाद विपक्ष ने जमकर नारेबाजी की, जिसके बाद पूरे दिन के लिए सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया।

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Created On :   2 March 2020 4:00 PM IST

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