Whatsapp का भारत सरकार को जवाब, नई सेटिंग्स से रोकेंगे अफवाह
- Whatsapp मैसेजिंग प्लेटफॉर्म का उपयोग कर कई लोग अफवाह फैलाने का काम कर रहे हैं।
- अब ग्रुप एडमिन तय करेगा कौन भेज सकता है मैसेज।
- आतंकी संगठन भी इस प्लेटफॉर्म का उपयोग कर लोगों को भड़काने और आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने का काम कर रहे हैं।
- इस नोटिस के बाद Whatsapp ने जरूरी कदम उठाते हुए अपना जवाब भारत सरकार को भेजा है।
- भारत सरकार ने मंगलवार को Whatsapp को एक नोटिस भेजा ।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत में Whatsapp के 20 करोड़ से ज्यादा ऐक्टिव यूजर्स हैं। यहीं वजह है कि इस मैसेजिंग प्लेटफॉर्म का उपयोग कर कई लोग अफवाह फैलाने का काम कर रहे हैं। इन अफवाहों की वजह से हाल ही में मॉब लिंचिंग जेसी जघन्य और भयावह घटनाएं सामने आई है। यहां तक की आतंकी संगठन भी इस प्लेटफॉर्म का उपयोग कर लोगों को भड़काने और आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने का काम कर रहे हैं। इन सब को देखते हुए भारत सरकार ने मंगलवार को Whatsapp को एक नोटिस भेजा था जिसमें कहा गया था कि वाट्सऐप गैर-जिम्मेदार और विस्फोटक मेसेज को अपने प्लैटफॉर्म पर फैलने से रोके। इस नोटिस के बाद Whatsapp ने जरूरी कदम उठाते हुए अपना जवाब भारत सरकार को भेजा है।
ग्रुप एडमिन तय करेगा कौन भेज सकता है मैसेज
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बताया कि मंगलवार को Whatsapp को नोटिस भेजा गया था। उन्होंने कहा कि हमने ये पाया है कि Whatsapp पर गलत जानकारी और उत्तेजक मैसेज हिंसा भड़काने में प्रमुख भूमिका निभाते हैं। हम Whatsapp का अपने देश में स्वागत करते है, लेकिन उन्हें भी उत्तरदायी, जिम्मेदार और सतर्क रहना चाहिए। कैलिफोर्निया से भेजे गए Whatsapp के जवाब के बारे में बताते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा, वाट्सऐप ने एक नई सेटिंग लॉन्च की है। इस सेटिंग के जरिए ग्रुप एडमिन के पास ये तय करने का अधिकार होगा कि ग्रुप का कौन-कौन सा मेंबर मैसेज भेज सकता है। उन्होंने बताया कि वाट्सएप इसकी भी कोशिश कर रहा है कि कोई भी शख्स मैसेज को बिना पढ़े और समझे फॉर्वर्ड न कर पाए। रविशंकर प्रसाद ने वाट्सएप की इस पहल की सराहना की है।
WhatsApp has sent us a reply from California. They say they"ve launched a setting where a group admin can decide who can send messages. They also said they"re trying to see that messages aren"t forwarded without readingunderstanding. I appreciate this initiative: Ravi S Prasad pic.twitter.com/8nAd8cmLcp
— ANI (@ANI) July 4, 2018
क्या कहा था भारत सरकार ने?
आईटी मंत्रालय ने कहा था कि Whatsapp नई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके ऐसे फेक और भड़काऊ मैसेज को कंट्रोल करे। हाल ही में देश में कई जगहों पर मॉब लिन्चिंग की घटनाएं देखने को मिली हैं। सूचना तकनीकी मंत्रालय ने असम, महाराष्ट्र, कर्नाटक, त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल में हुई "दुर्भाग्यपूर्ण हत्याओं" को बेहद दुखद और अफसोसनाक बताया। मंत्रालय ने कहा था कि Whatsapp जैसे प्लेटफॉर्म्स का दुरुपयोग कर "भड़काऊ कन्टेंट को बार-बार शेयर करना" गंभीर चिंता का विषय है।
मंत्रालय ने कहा था- जरूरी कदम उठाएं
सरकार ने Whatsapp के वरिष्ठ अधिकारियों से अपनी नाराजगी जाहिर की थी और उन्हें कहा गया था कि फर्जी, भड़काऊ और सनसनीखेज संदेशों को सर्कुलेट होने से रोकने के लिए जरूरी कदम उठाए। हाल ही में एक वाकया महाराष्ट्र में धुले जिले के एक गांव में हुआ था, जहां गांव वालों ने बच्चा चोरी करने वाला समझकर 5 लोगों को पीट-पीटकर मार डाला था। पुलिस के मुताबिक, ऐसी अफवाह फैली थी कि इलाके में बच्चा चोरों का एक गैंग सक्रिय है।
Created On :   4 July 2018 6:26 PM IST