Analysis: गुजरात में स्मृति तो हिमाचल में नड्डा, ये भी CM की रेस में

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Analysis: गुजरात में स्मृति तो हिमाचल में नड्डा, ये भी CM की रेस में
Analysis: गुजरात में स्मृति तो हिमाचल में नड्डा, ये भी CM की रेस में

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश और गुजरात में कड़ी चुनावी टक्कर के बीच बीजेपी ने पूर्ण बहुमत प्राप्त किया और सरकार बना ली है। लेकिन बीजेपी की मुसीबतें अभी कम नहीं हुईं हैं। पीएम मोदी के गृह राज्य गुजरात और हिमाचल में बीजेपी को सीएम चेहरा चुनने में बड़ी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इसी समस्या का समाधान करने के लिए आज बीजेपी संसदीय दल की बैठक बुलाई गई है। गुजरात में कम सीटें मिलने के बाद विजय रूपाणी के अलावा दूसरे कई और नामों पर भी चर्चा चल रही है, जिनमें केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और पुरुषोत्तम रूपाला का नाम भी सामने आ रहा है।  वहीं हिमाचल की बात करें तो बीजेपी ने प्रेम कुमार धूमल के नेतृत्व में कांग्रेस को बड़े अंतर से तो चुनाव हरा दिया। लेकिन सीएम कैंडिडेट धूमल खुद चुनाव नहीं जीत पाए। हिमाचल में जेपी नड्डा और जयराम ठाकुर के नाम पर चर्चा चल रही है। 

गुजरात में किसे मिलेगी जिम्मेदारी 
चुनाव के पहले ऐसा माना जा रहा था कि विजय रूपाणी ही गुजरात में सीएम बने रहेंगे, लेकिन चुनाव नतीजों में पार्टी को उम्मीद के अनुसार परिणाम नहीं मिले। चुनाव में बीजेपी को कांग्रेस ने कड़ी टक्कर दी। ऐसे में सीएम को लेकर कई कयास लगाए जा रहे थे कि गुजरात के डिप्टी सीएम ने अपने बयान से इन चर्चाओं को और हवा दे दी। डिप्टी सीएम नितिन पटेल ने नतीजों से पहले कहा कि गुजरात में सीएम चेहरे का निर्णय विधायक दल की बैठक में लिया जाएगा।

जानकारों के मुताबिक बीजेपी में नए सीएम को लेकर चर्चा काफी तेज हो गई है और सीएम चेहरे के रूप में कोई नया चेहरा केन्द्र से चुना जा सकता है जो पार्टी और सरकार पर अच्छा खासा नियंत्रण बना सके। बता दें कि विजय रूपाणी जैन धर्म से हैं और गुजरात में जैनों का वोट प्रतिशत केवल 2% हैं। सौराष्ट्र में बीजेपी की बुरी तरह हार हुई है और गुजरात में ये महत्वपूर्ण क्षेत्र माना जाता है और इसी के चलते कयास लगाए जा रहे हैं कि अगला सीएम सौराष्ट्र से चुना जा सकता है।

स्मृति भी रेस में शामिल
वहीं कुछ जानकारों का कहना है कि इस चुनाव में बीजेपी को हार्दिक पटेल से कड़ी टक्कर मिली है तो कयास ऐसे भी लगाए जा रहे हैं कि आगे आने वाले चुनावों में हार्दिक का प्रभाव कम करने और पटेल वोट को अपने पक्ष में लाने के लिए गुजरात का अगला सीएम पटेल चुना जा सकता हैं। वहीं ऐसे भी कयास लगाए जा रहे हैं कि पार्टी सभी वर्गो को खुश करने के लिए और पार्टी और सरकार का क्रियांवन ढंग से कराने के लिए केंद्रीय मंत्री को सीएम बना सकती है। केंद्रीय मंत्रियों में सबसे पहला नाम स्मृति इरानी का हो सकता है इसका प्रमुख कारण है कि स्मृति गुजरात से हैं और पिछले कुछ समय से काफी समय भी उन्होंने यहां के राजनेताओं के साथ बिताया है। इसके साथ ही मोदी और शाह भी स्मृति के काम से खुश नजर आए हैं। हालांकि अभी तक पार्टी की ओर से सीएम के चेहरे के लिए ऐसा कोई संकेत नहीं मिला।

बता दें कि पीएम मोदी के राज्य छोड़ने के बाद पार्टी ने आनंदीबेन को सीएम चुना था। आनंदीबेन, सरकार के खिलाफ हुए पटेलों के आंदोलन को संभाल नहीं पाई और उन्हें सीएम का पद छोड़ना पड़ा। आनंदीबेन की जगह विजय रुपाणी को उनके विकल्प के रूप में चुना गया लेकिन गुजरात चुनाव में वे कोई असर नहीं छोड़ पाए। पार्टी को पिछले चुनाव की तुलना में 16 सीटों का नुकसान हुआ। इसके चलते बीजेपी को नए चेहरे की तलाश तेज करनी पड़ी।

हिमाचल में धूमल की हार से बढ़ी परेशानी
हिमाचल प्रदेश में चुनाव के पहले ही बीजेपी ने प्रेम कुमार धूमल को सीएम कैंडिडेट चुना था। बीजेपी ने राज्य की सत्ता से तो कांग्रेस को बाहर का रास्ता दिखा दिया लेकिन प्रेम कुमार धूमल चुनाव नहीं जीत पाए। धूमल सुजानपुर से चुनाव हार गए। बीजेपी ने 68 सीटों की विधानसभा में 44 सीटों पर तो जीत हासिल कर ली लेकिन धूमल सहित राज्य के बड़े नेता प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती, पूर्व मंत्री रवींद्र सिंह रवि, गुलाब सिंह ठाकुर (धूमल के समधी), इंदू गोस्वामी और रणधीर शर्मा चुनाव हार गए। ऐसे में बीजेपी की मुसीबत राज्य का नया सीएम चुनने में बढ़ गईं हैं। पार्टी के पास बचे विकल्पों में केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा और वरिष्ठ नेता जयराम ठाकुर सीएम रेस में सबसे आगे हैं। वहीं कयास लगाए जा हैं कि अन्य राज्यों की तरह किसी नए चेहरे पर दाव लगा सकती है। संघ से जुड़े नेता अजय जम्वाल को सीएम चुन सकती है।

गौरतलब है कि हिमाचल में अगले दो दिन में बीजेपी की विधायक दल की बैठक है। पार्टी ने जयराम ठाकुर, डॉ. राजीब बिंदल और विपिन परमार को दिल्ली बुलाया है। वहीं राज्य के नेताओं से उनकी राय जानने की जिम्मेदारी रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर को दी गई है। जल्द ही दोनों राज्यों में नए सीएम की घोषणा हो सकती है। 

Created On :   19 Dec 2017 1:11 PM GMT

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