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उफान पर यमुना: हरियाणा ने फिर छोड़ा पानी, दिल्ली में राहत शिविर में 10 हजार लोग
हाईलाइट
- दिल्ली में यमुना के खतरे का निशान 204.83 है, जबकि नदी करीब 206 मीटर पर बह रही है।
- सोमवार रात 10 बजे हरियाणा के यमुनानगर के हथिनीकुंड बांध से 26096 क्यूसेक पानी छोड़ा गया।
- जल स्तर बढ़ने के बाद यमुना पर बने लोहे के पुल को यातयात के लिए बंद कर दिया गया है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली में बाढ़ का खतरा दिन ब दिन बढ़ता जा रहा है। निचले इलाकों में रहने वाले तकरीबन 10 हजार लोगों को राहत शिविरों में पहुंचा दिया गया है। हरियाणा से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। दिल्ली में यमुना के खतरे का निशान 204.83 मीटर है, जबकि नदी करीब 206 मीटर पर बह रही है। सोमवार रात 10 बजे हरियाणा के यमुनानगर के हथिनीकुंड बांध से 26096 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। मंगलवार सुबह 5 बजे यमुना खतरे से निशान से 1 मीटर से ज्यादा ऊपर बह रही थी।
Delhi: River Yamuna continues to flow above danger mark, water level reaches 206 marks pic.twitter.com/GAjB3VW4kV
— ANI (@ANI) July 31, 2018
जल स्तर बढ़ने के बाद यमुना पर बने लोहे के पुल को यातयात के लिए बंद कर दिया गया है। पुल बंद होने से कई रूट बदलने पड़े, 27 पैसेंजर ट्रेनें भी रद्द हो गईं हैं। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने पुल से गुजरने वाले ट्रैफिक को डायवर्ट कर दिया है। यमुना से सटे निचले इलाकों को भी खाली कराया जा रहा है।
बारिश और बाढ़ से अब तक देशभर में 539 मौत हो चुकी हैं। लगातार हो रही तेज बारिश ने दिल्ली के लोगों का जीवम अस्त-व्यस्त कर दिया है। सोमवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल यमुना मामले में अधिकारियों के साथ आपात बैठक कर इंतजामों का जायजा भी ले चुके हैं। डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने यमुना किनारे इलाकों का दौरा भी किया था। पूर्वी दिल्ली के डीएम के महेश ने बताया कि मंगलवार सुबह 9 बजे यमुना का जलस्तर 208.83 था, जो खतरे के निशान (206.3) से काफी ज्यादा है। यमुना में 24,992 क्यूसेक पानी छोड़ने के कारण जलस्तर बढ़ा, उम्मीद है बारिश रुकने पर यह कम होगा।
At 9 am, water level of Yamuna river was 206.03 m, much above danger mark of 208.83 m. Discharge of water from Hathini Kund Barrage was 24,992 cusecs today, it was about 5 lakh cusecs on 28 July. Hopefully,water level will dip if rainfall doesn't take place:East Delhi DM,K Mahesh pic.twitter.com/xEKjxZBXHN
— ANI (@ANI) July 31, 2018
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ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।