थर्ड फ्रंट की तैयारी ! DMK नेताओं से मिले शत्रुघ्न और यशवंत
डिजिटल डेस्क, चेन्नई। लोकसभा चुनाव जैसे-जैसे करीब आ रहे हैं, वैसे-वैसे थर्ड फ्रंट की कवायद तेज होती जा रही है। इस सम्बंध में विभिन्न क्षेत्रीय दलों से सम्पर्क साधने वाले DMK के कार्यकारी अध्यक्ष एम के स्टालिन से बीजेपी के बागी नेता शत्रुघ्न सिन्हा और हाल ही में राजनीति से सन्यास की घोषणा करने वाले पूर्व केन्द्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने मुलाकात की। यशवंत सिन्हा और शत्रुघ्न ने इसके साथ ही DMK प्रमुख एम करुणानिधि और पार्टी के अन्य नेताओं से भी मुलाकात की। शुक्रवार को चेन्नई में हुई इस मुलाकात को थर्ड फ्रंट की तैयारी के तौर पर देखा जा रहा है।
Former Finance Minister Yashwant Sinha and BJP leader Shatrughan Sinha met DMK Working President MK Stalin in Chennai #TamilNadu pic.twitter.com/Iz2AmccsSk
— ANI (@ANI) May 4, 2018
इस मुलाकात के बाद DMK नेताओं ने पत्रकारों के साथ बातचीत में बताया कि बीजेपी नेता शत्रुघ्न सिन्हा और पूर्व केन्द्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने स्टालिन से मुलाकात कर राष्ट्रीय और तमिलनाडु के राजनीति परिदृश्य पर विचार विमर्श किया। वहीं इस मुलाकात के बाद स्टालिन ने दोनों नेताओं से बातचीत की फोटो ट्वीट करते हुए लिखा, "वर्तमान राजनीतिक माहौल को देखते हुए पूर्व केन्द्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा और सांसद शत्रुघ्न सिन्हा से सकारात्मक मुलाकात हुई। दोनों नेताओं को करुणानिधि जी की सेहत के बारे में पूछने के लिए मैं इन दोनों नेताओं का शुक्रगुजार हूं।"
Had a productive discussion with former Union Ministers @YashwantSinha and @ShatruganSinha MP on the prevailing political scenario. Thankful to them for enquiring about Thalaivar Kalaignar"s health. pic.twitter.com/alGVIn41xJ
— M.K.Stalin (@mkstalin) May 4, 2018
गौरतलब है कि बीजेपी हाईकमान द्वारा किनारे किए गए यशवंत सिन्हा हाल ही में राजनीति से संन्यास का ऐलान कर चुके हैं। वे 2014 के लोकसभा चुनाव के समय से ही मोदी सरकार से नाराज चल रहे थे। पिछले चार सालों में हर सार्वजनिक मंचों, सभाओं और इंटरव्यू में वे बीजेपी सरकार की नीतियों को गलत ठहराते रहे हैं। वहीं बीजेपी के पटना से सांसद शत्रुघ्न सिन्हा भी आए दिन बीजेपी हाईकमान पर तंज कसते रहे हैं। ऐसे में इन दोनों वरिष्ठ नेताओं की स्टालिन से मुलाकात बड़ी अहम मानी जा रही है।
बता दें कि पिछले दिनों क्षेत्रीय दलों का गैर बीजेपी-गैर कांग्रेस मोर्चा बनाने की कवायद की शुरुआत पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी ने की थी। उन्होंने कांग्रेस और बीजेपी के खिलाफ तीसरा मोर्चा खड़ा करने के उद्देश्य से 27 मार्च को दिल्ली में क्षेत्रीय दलों के कई नेताओं से बातचीत की थी। स्टालिन भी इस मुहिम में मुख्य भूमिका में देखे जा रहे हैं। उन्होंने 21 मार्च को केसीआर समेत सभी गैर बीजेपी मुख्यमंत्रियों को खत लिखकर केंद्र की फिस्कल पॉलिसी की आलोचना की थी। स्टालिन का आरोप था कि केन्द्र की यह नीति तमाम राज्यों के हितों पर प्रतिकूल असर डालेगी।
Created On :   5 May 2018 12:14 PM IST