Anti-terrorism operations: असम राइफल्स की दो बटालियनें जम्मू-कश्मीर में की जाएंगी तैनात, केंद्र ने लिया फैसला
- जम्मू रीजन में आतंकवादी हमलों में लगातार हो रही बढ़ोतरी
- सुरक्षा ग्रिड मजबूत बनाने को केंद्र ने लिया है ये फैसला
- आतंकवाद विरोधी अभियानों के लिए सैनिक तैनात किए जा रहे
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आतंकवाद विरोधी अभियानों के लिए असम राइफल्स (एआर) की दो बटालियनों को मणिपुर से जम्मू-कश्मीर भेजा जाएगा। सूत्रों के अनुसार, यह कदम नियमित है क्योंकि सेना केंद्र शासित प्रदेश में आतंकवादियों को बेअसर करने के लिए एआर सहित बलों को सबसे कुशल तरीके से तैनात करने के लिए काम कर रही है।
गृह मंत्रालय के अधीन अर्धसैनिक केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) मणिपुर में उन स्थानों पर सुरक्षा कर्तव्यों को संभालेगा जहां लगभग 1,500 सैनिकों वाली दो एआर बटालियन तैनात थीं। वहीं मणिपुर में शेष एआर बटालियन आतंकवाद विरोधी और सीमा-सुरक्षा की दोहरी भूमिका के लिए बनी रहेंगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले महीने आतंकवादी हमलों के बाद जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति का आकलन करने के लिए एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की थी। बैठक में उन्हें स्थिति का पूरा विवरण दिया गया, जहां राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और गृह मंत्री अमित शाह मौजूद थे।
जम्मू-कश्मीर के बाहर, एआर सबसे अनुभवी आतंकवाद विरोधी बलों में से एक है, उन्होंने कहा कि एआर सैनिकों की तैनाती से जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियानों को बढ़ावा मिलेगा। बता दें कि, मणिपुर में कुछ सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) बटालियन हैं, लेकिन उन्हें विशेष रूप से भारत-म्यांमार सीमा की रक्षा करने का काम नहीं सौंपा गया है।
मालूम हो कि, लेफ्टिनेंट जनरल विकास लखेरा ने गुरुवार को एआर के महानिदेशक का पदभार संभाला है। उन्हें जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर क्षेत्र में आतंकवाद विरोधी और आतंकवाद विरोधी अभियानों की योजना बनाने और उन्हें क्रियान्वित करने का व्यापक अनुभव है। उन्हें अति विशिष्ट सेवा पदक, सेना पदक, चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ कमेंडेशन कार्ड और दो आर्मी कमांडर कमेंडेशन कार्ड प्राप्त हुए हैं।
Created On :   3 Aug 2024 10:20 AM IST