दो ट्रकों की आमने-सामने भिड़ंत में एक की मौत, तीन घायल

1 died and 2 injured in the face to face collision of 2 trucks
दो ट्रकों की आमने-सामने भिड़ंत में एक की मौत, तीन घायल
दो ट्रकों की आमने-सामने भिड़ंत में एक की मौत, तीन घायल

डिजिटल डेस्क, सतना। मध्य प्रदेश के सतना जिले के अमरपाटन थाना अंतर्गत अहिरगांव के समीप दो ट्रकों की आमने-सामने भिड़ंत हो गई। भिड़ंत इतनी जोरदार थी कि चालक की मौत हो गई, वहीं इस हादसे में 3 गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने शव को पोस्ट मार्टम के लिए भेजा है।

इस संबंध में पुलिस ने बताया कि अहिरगांव के पास शनिवार तड़के 2 ट्रकों की सीधी भिड़ंत में एक व्यक्ति की मौत हो गई, वहीं 3 अन्य घायल हो गए। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक ट्रक क्रमांक यूपी 65 एसटी 3527 का चालक आनंद कुमार उपाध्याय निवासी भदोही-उत्तरप्रदेश ने सहयोगी के साथ वाहन लेकर मैहर की तरफ जा रहा था। सुबह करीब 5 बजे ट्रक जैसे ही अहिरगांव मोड़ पर पहुंचा, तभी मैहर की तरफ से आए ट्रक क्रमांक सीजी 15 सीडब्ल्यू 5029 से सीधी भिड़ंत हो गई।

टक्कर इतनी जोरदार रही कि दोनों ट्रकों के केबिन क्षतिग्रस्त हो गए, वहीं चालक-परिचालक गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनको स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस ने एम्बुलेंस से उपचार के लिए रीवा रवाना कर दिया, लेकिन संजय गांधी अस्पताल में उपचार के दौरान चालक आनंद ने दम तोड़ दिया। बताया जाता है कि दुर्घटना के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग-7 पर कुछ देर के लिए जाम की स्थिति बन गई थी। पुलिस ने मृत चालक के मालिक अंशुमान सिंह की रिपोर्ट पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई।

नहर में डूबे युवक का शव मिला
वहीं पुरवा नहर में डूबे युवक का शव शनिवार दोपहर को बरामद हो गया, लेकिन जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए 3 घंटे तक इंतजार करना पड़ा। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार दोपहर को दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने मान सईद गया रंजीत साहू पुत्र स्वर्गीय रघुवर प्रसाद शाम करीब 4 बजे नहर से पानी भरने के दौरान डूब गया था, जिसकी तलाश के लिए परिजन के अलावा कोलगवां व रामपुर थाने की पुलिस और होमगार्ड के गोताखोर भी लगे हुए थे लेकिन कुछ पता नहीं चला था।

शनिवार सुबह एक बार फिर सर्चिंग शुरू की गई तो दोपहर लगभग साढ़े 12 बजे डूबने के स्थान से 100 मीटर दूर युवक का शव बरामद हो गया, जिसे तुरंत ही जिला अस्पताल लाया गया पर यहां पोस्टमार्टम करने वाले डाक्टर का ही पता नहीं था। परिवार के लोगों ने अस्पताल चौकी में सूचना दी तो सिविल सर्जन से भी गुहार लगाई, तब जाकर शाम साढ़े 4 बजे डा. सुधीर सिंह ने मर्चुरी पहुंचकर पोस्टमार्टम किया। डाक्टरों की लापरवाही से मृतक के परिवार जन खासे नाराज थे।

Created On :   17 March 2019 1:05 PM GMT

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