नागपुर में दो माह में मिले स्वाइन फ्लू के 112 मरीज पॉजिटिव

112 patients positive from swine flu found in Nagpur in two months
नागपुर में दो माह में मिले स्वाइन फ्लू के 112 मरीज पॉजिटिव
नागपुर में दो माह में मिले स्वाइन फ्लू के 112 मरीज पॉजिटिव

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  बीते सप्ताह 29 नए पॉजिटिव मरीज मिले हैं। दो महीने में 112 मरीज स्वाइन फ्लू से प्रभावित होने की प्रशासन ने पुष्टि की है। शहर के विविध अस्पतालों में उनका उपचार चल रहा है। स्वाइन फ्लू का प्रकोप बढ़ने से जांच सेंटर की संख्या 11 से बढ़ाकर 42 की गई है। शासकीय मेडिकल अस्पताल, मेयो अस्पताल के अतिरिक्त राष्ट्रीय नागरी स्वास्थ्य केद्रों द्वारा संचलित दवाखाने, मनपा के नागरी स्वास्थ्य केंद्रों में स्वाइन फ्लू जांच की सुविधा उपलब्ध कराए जाने की मनपा के स्वास्थ्य विभाग से जानकारी मिली है। जनवरी महीने से शुरू हुआ स्वाइन फ्लू का प्रकोप शहर में तेजी से बढ़ रहा है। 1 जनवरी से 2 फरवरी के बीच स्वाइन फ्लू के प्रकोप से 8 लोगों की जान चली गई। 20 फरवरी तक पॉजिटिव मरीजों की संख्या 83 थी। शहर के मंगलवारी जोन में प्रभावित मरीजाें की संख्या सर्वाधिक बताई गई है।

स्वाइन फ्लू संक्रामक बीमारी
स्वाइन फ्लू संक्रामक बीमारी है। एच-1 एन-1 विषाणु के संक्रमण से यह बीमारी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलती है। बीमारी से प्रभावित मरीज के छींकने, खांसने पर विषाणु हवा में फैलकर दूसरों को चपेट में लेती है। स्वाइन फ्लू से प्रभावित मरीज के संपर्क में आने पर इस बीमारी के शिकार होने का खतरा अधिक रहता है।

यह हैं लक्षण
स्वाइन फ्लू के विषाणु से प्रभावित मरीजों में बुखार, खांसी, गले में खराश, नाक से पानी निकलना, सिर और बदन दर्द, भूख कम लगना, थकान आदि सामान्य लक्षण दिखाई देते हैं। कुछ लोगों में उल्टी की शिकायत भी होती है।

यह बरतें सावधानी 
सावधानी बरतकर स्वाइन फ्लू के प्रकोप से अपने-आपको और दूसरों का बचाव किया जा सकता है। इसके लिए किसी भी वस्तु को हाथ लगाने पर साबुन से अच्छी तरह हाथ धोएं। छींक या खांसी आने पर मुंह और नाक पर रूमाल रखें। इसे बार-बार बदलते रहें। भीड़भाड़ वाली जगह जाने से बचें। हो सके तो नाक, मुंह को मास्क लगाकर ढंकें, ताकि स्वाइन फ्लू के विषाणु के शरीर में प्रवेश करने से अपने-आप को बचाया जा सके।

स्वाइन फ्लू से डरें नहीं 
स्वाइन फ्लू विषाणु से हाेने वाली बीमारी है। इसकी रोकथाम के लिए प्रतिबंधक उपाययोजना नहीं है, परंतु इससे डरने से नहीं लड़ने से अपने-आप को बचाया जा सकता है। बीमारी का प्रकोप होना ही नहीं चाहिए। इसके लिए आवश्यक सावधानी बरतें। बीमारी की चपेट में आने पर सबसे पहले टॉमी फ्लू दवा का सेवन करें। पुष्टि के लिए डॉक्टर से परामर्श लेकर जांच कराना बेहतर है। मेडिकल, मेयो अस्पताल के अतिरिक्त राष्ट्रीय नागरी स्वास्थ्य केंद्र द्वारा संचालित दवाखाने तथा मनपा के नागरी स्वास्थ्य केंद्रों में 42 जांच सेंटर शुरू किए गए हैं। नागरिकों को जांच केंद्रों में पहुंचकर जांच व उपचार करना चाहिए।
- सुनील घुरडे, नोडल ऑफिसर, मनपा स्वास्थ्य विभाग

Created On :   28 Feb 2019 7:16 AM GMT

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