नागपुर में कैंसर के लिए 25 करोड़ रुपए के नए उपकरण, विधानसभा प्रश्नोत्तर

25 crores of equipment for cancer treatment in medical at Nagpur
नागपुर में कैंसर के लिए 25 करोड़ रुपए के नए उपकरण, विधानसभा प्रश्नोत्तर
नागपुर में कैंसर के लिए 25 करोड़ रुपए के नए उपकरण, विधानसभा प्रश्नोत्तर

डिजिटल डेस्क, मुंबई। नागपुर स्थित शासकीय मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में कैंसर उपचार के लिए 25 करोड़ के उपकरण खरीदने के लिए प्रशासकीय मान्यता दी गई है। राज्य के मेडिकल शिक्षामंत्री गिरीष महाजन ने विधानसभा में यह जानकारी दी। बुधवार को प्रश्नकाल के दौरान भाजपा विधायक सुधाकर कोहले ने नागपुर में प्रस्तावित कैंसर संस्थान और मेडिकल कॉलेज में कैंसर इलाज की सुविधा न होने की वजह से तीन वर्षों में 350 लोगों की मौत को लेकर सवाल किया था। जवाब में मेडिकल शिक्षामंत्री महाजन ने कहा कि मेडिकल कालेज में बीते तीन वर्षों में 303 बाल कैंसर रोगियों का इलाज किया गया है। इनमें से 153 रोगियों का उपचार शुरु है। जबकि 21 मरीजों ने आधा इलाज ही कराया है। बाकी 129 मरीजों की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज में पिछले 3 वर्षों में ब्लड कैंसर के 113 मरीजों का इलाज किया गया। मंत्री ने कहा कि शासकिय मेडिकल कालेज-अस्पताल, नागपुर में कैंसर रोग के इलाज के लिए जरूर सुविधाओं का निर्माण की योजना प्रस्तावित है।

जिला परिषदों में 83 करोड़ का घोटाला

राज्य के विभिन्न जिला परिषदों में 83 करोड़ 17 लाख रुपए के घोटाले हुए हैं। यह जानकारी पंचायतराज संस्थाओं के आडिट में सामने आई है। इन मामलों की जांच चल रही है। कुछ मामलों में दोषी पाए गए कर्मचारियों के वेतन से कटौती की प्रक्रिया भी शुरु है। इस मामले में कुछ अधिकारियों-कर्मचारियों के वेतनवृद्धि रोक दी गई है। विधानसभा में पूछे गए सवाल के लिखित जवाब में राज्य की ग्रामीण विकास मंत्री पंकजा मुंडे ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस मामले में दोषी पाए गए जो कर्मचारी रिटायर हो गए हैं, उनके पेंशन से वसूली की जा रही है। कुछ अधिकारियों-कर्मचारियों के खिलाफ निलंबन की कारवाई भी की गई है।

खुद रोग के शिकार हो रहे लोगों का इलाज करने वाले डॉक्टर

पोस्टमार्टम के काम में लगे कर्मचारी और सरकारी अस्तालों में इलाज करने वाले डाक्टर क्षय रोग (टीवी) के शिकार हो रहे हैं। पिछले 10 वर्षों में मुंबई के विभिन्न अस्पतालों में पोस्टमार्टम केंद्र के 6 कर्मचारियों की मौत हो गई और 11 लोग टीबी की चपेट में आ गए। उन्होंने बताया कि चार सरकारी मेडिकल कालेज व अस्पतालो में 21 डॉक्टर टीबी के चपेट आये हैं। महाजन ने बताया कि डॉक्टरों के सेहत की लगातार जांच की जाती है और उन्हें मास्क, ग्लोबज, ऑटोप्सी डिस्पोजल आदि उपलब्ध कराए जाते हैं।उन्होंने कहा कि टीबी के मरीजों को अपने मुंह पर मास्क बांधना जरूरी है।

अकोला सिंचाई घोटाले में 56 अधिकारी-कर्मचारी दोषी

अकोला में सिंचाई कुआं घोटाले में वरिष्ठ अधिकारियों सहित 51 लोग दोषी पाए गए हैं। मामले की जांच के बाद ये अधिकारी दोषी पाए गए। इनके खिलाफ विभागीय जांच सहित नियमों के अनुसार कार्रवाई शुरु है। राज्य के जल संरक्षण मंत्री जय कुमार रावल ने विधानसभा में पूछे गए सवाल के लिखित जवाब में यह जानकारी दी है। भाजपा विधायक गोवर्धन शर्मा ने इस बारे में सवाल पूछा था।  
 

Created On :   28 Nov 2018 1:34 PM GMT

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