लिंग परीक्षण करने वाले सोनोग्राफी सेंटर पर दिल्ली की टीम ने मारा छापा

4 member team from Delhi raids Gender Testing Sonography Center
लिंग परीक्षण करने वाले सोनोग्राफी सेंटर पर दिल्ली की टीम ने मारा छापा
लिंग परीक्षण करने वाले सोनोग्राफी सेंटर पर दिल्ली की टीम ने मारा छापा

डिजिटल डेस्क, छतरपुर। विगत कई वर्षो से संचालित हो रही अंकित सोनोग्राफी सेंटर पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापामार कार्रवाई की है। दिल्ली से आई चार सदस्यीय टीम ने सीएमएचओ, सिविल सर्जन, पुलिस बल के साथ चौबे कॉलोनी स्थित डॉ. आभा खरे के पति एमके खरे द्वारा अंकित सोनोग्राफी नाम से सेंटर पर छापा मारा। डॉ. आभा खरे द्वारा अपने अस्पताल का पंजीयन कराकर सोनोग्राफी सहित स्वास्थ्य से संबंधित जांच सेंटर चलाए जा रहे थे। यहां पर डॉ. एमके खरे के द्वारा सोनोग्राफी कर लिंग परीक्षण किया जा रहा था। जिसकी शिकायतें कई बार लोगों के द्वारा स्वास्थ्य विभाग सहित जिला प्रशासन से की गई थी। जब इसकी शिकायत दिल्ली स्वास्थ्य विभाग से की गई तो बुधवार की दोपहर दिल्ली से आई  चार सदस्यीय टीम के द्वारा छापामार कार्रवाई करते हुए मशीन सहित कमरे को सील कर दिया गया है।

मशीन को किया सील
सीएमएचओ डॉ. वीएस बाजपेयी ने जानकारी देते हुए बताया है कि विगत से कई बार शिकायतें मिलने के दिल्ली स्वास्थ्य विभाग से ज्वाइंट डायरेक्टर एवं डिप्टी कलेक्टर सहित जिला अस्पताल में पदस्थ सिविल सर्जन राजेन्द्र पाण्डेय, तहसीलदार आलोक वर्मा सहित पुलिस बल के साथ चौबे कॉलोनी स्थित अंकित सोनोग्राफी सेंटर पर छापामार कार्रवाई की गई है। जिसमें सोनोग्राफी से संबंधित कोई भी दस्तावेज उपलब्ध नहीं हुए है। कार्रवाई के दौरान सोनोग्राफी मशीन सहित उस कमरे को सील कर दिया गया है। सील करने के बाद पंचनामा तैयार किया गया है। अगर विगत तीन दिन के अंदर कोई दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराए जाते है संचालक डॉ. एमके खरे पर भी कार्रवाई की जाएगी।

कई वर्षो से संचालित था सेंटर जिला अस्पताल में सिविल सर्जन रहीं डॉ. आभा खरे के द्वारा लंबे अरसे से अपने घर में सोनोग्राफी सेंटर एवं नर्सिंग होम चला रही थी। हमेशा विवादों में रही डॉ खरे द्वारा लिंग परीक्षण अवैध रूप से किया जा रहा था। कई बार इनके आवास में पथराव एवं विवाद की घटनाएं भी हो चुकी हैं।

इनका कहना है
स्वास्थ्य विभाग दिल्ली से आई चार सदस्यीय टीम के द्वारा अंकित सोनोग्राफी पर छापामार कार्रवाई की गई है। जिसमें दस्तावेज नहीं मिलने पर मशीन सहित को सील कर दिया गया है।
डॉ. वीएस बाजपेयी, सीएमएचओ
 

Created On :   6 Sep 2018 8:16 AM GMT

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