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जनवरी से अब तक 610 किसानों ने की आत्महत्या, सावंत बोले - कर्जमाफी योजना फ्लॉप
डिजिटल डेस्क, मुंबई। कांग्रेस ने किसानों के मुद्दे पर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने कहा कि महाराष्ट्र में जनवरी से लेकर अब तक कृषि कर्ज के कारण 610 किसान आत्महत्या कर चुके हैं। शुक्रवार को कांग्रेस के कार्यालय गांधी भवन में पत्रकारों से बातचीत में वल्लभ ने कहा कि प्रदेश में किसानों की हालत बहुत भंयकर है। राज्य के अधिकतर कामों में पीने के पानी की व्यवस्था सरकार नहीं कर पाई है। उन्होंने कहा कि गन्ना किसानों का 589 करोड़ 59 लाख रुपए भुगतान बकाया है। वल्लभ ने कहा कि मेक इन महाराष्ट्र, मैग्नेटिक महाराष्ट्र और मुख्यमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत 73 लाख रोजगार पैदा किए जाने थे। लेकिन सरकार ने कितना रोजगार पैदा किया है। इसकी जानकारी किसी को नहीं है। वल्लभ ने कहा कि कांग्रेस ने कभी विभाजन की राजनीति नहीं की है। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी ने केवल मुद्दों पर बात की थी। महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में भी केवल मुद्दों पर बात करेंगे। मुझे विश्वास है कि प्रदेश में जिस तरीके का माहौल है। युवाओं में आक्रोश और बेरोजगारी है। इससे लोग सरकार से सवाल जरूरत पूछेंगे। सरकार लोगों के कड़वे सवालों का जवाब नहीं दे पाई तो नतीजे कांग्रेस के पक्ष में होंगे। वल्लभ ने देश में मंदी को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला। वल्लभ ने कहा कि केंद्र सरकार को स्वीकार करना चाहिए कि देश में मंदी है। इससे निपटने के लिए सरकार को समग्र नीति तैयार करने चाहिए। सरकार को देश की आर्थिक स्थिति के बारे में श्वेतपत्र जारी करना चाहिए।
पात्रा को नीचा दिखाने के लिए नहीं पूछा था सवाल
वल्लभ ने कहा कि मैं भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा से 5 ट्रिलियन में कितने जीरो होने का सवाल पूछकर उनको नीचा दिखाना नहीं चाह रहा था। मैं उस सवाल के जवाब में किसी को हराना नहीं चाहता था और न कभी चाहूंगा। मैं उस सवाल के जरिए बतना चाह रहा था कि सरकार के लोग अपनी योजनाओं के प्रति कितने सक्रिय और जागरूक हैं। पात्रा मेरे सवाल का जवाब नहीं दे पाए।
कर्जमाफी योजना फ्लॉप- सावंत
कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने प्रदेश सरकार की किसान कर्ज माफी योजना के फ्लॉप होने का दावा किया है। सावंत ने कहा कि राज्य सरकार ने 89 लाख किसानों के 34 हजार करोड़ रुपए के कर्ज माफ करने की घोषणा की थी लेकिन 27 महीने बीत जाने के बाद भी 50 प्रतिशत से अधिक किसान कर्ज माफी से वंचित हैं। 31 अगस्त 2019 तक कुल 44 लाख 4 हजार 147 किसानों का 18 हजार 761 करोड़ 55 लाख रुपए का कर्ज माफ हुआ है। लगभग 45 लाख किसानों की कर्ज माफी बकाया है। सावंत ने कहा कि कर्ज माफी की एकमुश्त समझौता योजना भी आंखों में धूल झोंकने वाली है। योजना के तहत केवल 4 लाख 26 हजार 588 किसानों का 2 हजार 629 करोड़ रुपए कर्ज माफ किया गया है। लगभग 6 लाख पात्र किसानों को लाभ नहीं मिल सका है।
Created On :   20 Sep 2019 12:59 PM GMT