7वीं के छात्र को अगवा करने की कोशिश, शिक्षकों को देख बदमाश फरार

7 class student kidnapping failed in satna in Madhya pradesh
7वीं के छात्र को अगवा करने की कोशिश, शिक्षकों को देख बदमाश फरार
7वीं के छात्र को अगवा करने की कोशिश, शिक्षकों को देख बदमाश फरार

डिजिटल डेस्क सतना। उचेहरा थाना क्षेत्र के परसमनिया से सातवीं के छात्र को अगवा करने की कोशिश से सनसनी फैल गई है। हालांकि यह मामला पुलिस तक नहीं पहुंचा है। वारदात के प्रत्यक्षदर्शी और शासकीय माध्यमिक शाला परसमनिया के हेडमास्टर दयाराम ने बताया कि हमेशा की तरह मंगलवार शाम को 4 बजकर 20 मिनट पर स्कूल की छुट्टी कर दी, तब सभी बच्चे अपने-अपने घर के लिए निकल पड़े। जिनमें प्राथमिक शाला सखौंहा में पदस्थ गुरूजी अनंत सिंह का पुत्र विवेक प्रताप सिंह 12 वर्ष भी था। वह अपने दोस्त के साथ साइकिल पर रवाना हुआ था। बच्चों के जाने के कुछ देर बाद स्कूल बंद कर शिक्षक भी घर के लिए निकल पड़े। इस दौरान जैसे ही बस्ती से बाहर पहुंचे तो देखा कि सफेद रंग की स्कूटर पर सवार तीन बदमाश विवेक को जबरन गाड़ी में बैठाने की कोशिश कर रहे हैं, तब हेडमास्टर ने बाइक का हार्न बजाते हुए आवाज लगाई तो तीनों बदमाश स्कूल से राजाबाबा घाट की तरफ भाग निकले। तब उन्होंने छात्र से जाकर पूछताछ की तो विवेक ने बताया कि घर जाते समय स्कूटर सवार अज्ञात लडक़ों ने रास्ता रोक लिया और उसे जबरन गाड़ी में बैठा रहे थे। इस दौरान स्कूल बैग भी छीन ले गए। छात्र ने किसी को पहचानने से भी इंकार किया है।
जंगल में छिपे, फिर उचेहरा की तरफ भागे
बच्चे से मिली जानकारी के बाद हेडमास्टर दयाराम ने सहकर्मियों के साथ बदमाशों का पीछा करते हुए राजाबाबा घाट के पास बने मंदिर में लोगों से पूछताछ की, लेकिन किसी ने स्कूटर सवार लडक़ों को देखने की बात से इंकार कर दिया। इसी दौरान जंगल की तरफ से स्कूटर पर तीनों बदमाश इतनी तेजी से आए कि यदि शिक्षक रास्ते से नहीं हटते तो दुर्घटना का शिकार हो जाते। शिक्षकों ने तीनों का फिर पीछा किया पर तब तक बदमाश दूर निकल चुके थे।
दहशत में शिक्षक और छात्र
परसमनिया पठार में मोबाइल का नेटवर्क नहीं था, लिहाजा पुलिस से सम्पर्क नहीं हो पाया। जिस पर हेडमास्टर ने विवेक और उसके साथ को किसी तरह 12 किलोमीटर दूर सखौंहा तक भिजवाया, फिर उचेहरा लौटकर संकुल प्राचार्य संदीप गर्ग और बीआरसीसी को भी अवगत कराया। हालांकि देर शाम तक कोई शिकायत थाने में नहीं आई। लेकिन इस वारदात से परसमनिया क्षेत्र की स्कूलों में पदस्थ शिक्षकों और वहां पढऩे वाले बच्चों में दहशत फैला दी है।

 

Created On :   10 Jan 2018 7:53 AM GMT

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