महाराष्ट्र : स्वाइन फ्लू से अब तक 88 लोगों की मौत, स्वास्थ्य मंत्री ने ली बैठक

88 people died from swine flu, Health Minister held a meeting
महाराष्ट्र : स्वाइन फ्लू से अब तक 88 लोगों की मौत, स्वास्थ्य मंत्री ने ली बैठक
महाराष्ट्र : स्वाइन फ्लू से अब तक 88 लोगों की मौत, स्वास्थ्य मंत्री ने ली बैठक

डिजिटल डेस्क, मुंबई। स्वाइन फ्लू की वजह से अब तक राज्य में 88 लोगों की जान जा चुकी है। पुणे और नाशिक विभाग में यह रोग सबसे अधिक असर दिखा रहा है। इसको लेकर गुरुवार को राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ दीपक सावंत ने मंत्रालय में संक्रामक रोग नियंत्रण समिति की बैठक बुलाई। स्वाइन फ्लू के संदिग्ध रोगियों के उपचार में विलंब होने से मृतकों की संख्या बढ़ी है, ऐसे में बुखार के रोगियों को दवा देने के 24 घंटे में बुखार नहीं उतरने पर जल्द से जल्द ऑसेलटेमीवीर की गोली देने की सलाह दी गई है। राज्य में पिछले दो माह के दौरान स्वाइन फ्लू के रोगियों की संख्या बढ़ी है। पुणे, नाशिक विभाग में मौत की दर अधिक है। राज्य में वेंटीलेटर पर रखे गए रोगियों के इलाज को लेकर स्वास्थ्य विभाग की तरफ से निजी मेडिकल प्रेक्टिशनर के लिए प्रोटोकॉल तैयार किया गया है। इसका पालन निजी डॉक्टरों से करने का अपील स्वास्थ्य मंत्री ने की है। 

इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने स्वाइन फ्लू, डेंगू आदि संक्रामक बीमारियों की समीक्षा की। फिलहाल राज्य में 892 स्वाइन फ्लू के मरीज हैं। नाशिक और पुणे विभाग में स्वाइन फ्लू के सर्वाधिक मरीज हैं। 1 जनवरी से 25 सितंबर के दौरान 15 लाख 61 हजार मरीजों की जांच के बाद 23 हजार 905 संदिग्ध मरीजों को ऑसेलटेमीवीर की गोली दी गई। 892 संक्रमित रोगियों में से 337 रोगियों का उपचार शुरु है और 463 मरीजों को छुट्टी प्रदान कर दी गई। पुणे महानगर पालिका क्षेत्र में 44 जबकि नागपुर में तीन मरीज वेंटीलेटर पर है। नाशिक विभाग में 26, पिंपरी चिंचवड मनपा क्षेत्र में 18, अहमदनगर में 8, पुणे मनपा क्षेत्र में 7, सातारा व ग्रामीण क्षेत्र में 6-6 सोलापुर में 3, अकोला, नागपुर, चंद्रपुर, जलगांव में 2-2, कोल्हापुर, वाशिम, उस्मानाबाद, बुलढाणा और मीरा-भायंदर में एक-एक मरीज की यानी कुल 87 मरीजों की मौत हो चुकी है। अन्य राज्य के एक मरीज की भी मृत्यु हुई है। 

स्वाइन फ्लू का प्रकोप सबसे अधिक मध्यम आयु वर्ग समूह के लोगों में दिखाई दे रहा है। स्वाइन फ्लू के वायरस में बदलाव होने से उपचार में देरी होने से मृतकों की संख्या बढ़ रही है। यह निष्कर्ष डेथ ऑडिट समिति ने निकाला है। राज्य में नाशिक, पुणे, औरंगाबाद, अहमदनगर, सातारा इलाकों में ऑसेलटेमीवीर गोली की उपलब्धता सभी मेडिकल दुकानों पर करने तथा दुकानों में कितनी मात्रा में गोलियों की बिक्री हुई है, इस संबंध में अन्न व औषध प्रशासन को रिपोर्ट देने के निर्देश स्वास्थ्य मंत्री ने दिए हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य में निजी तौर पर प्रैक्टिस कर रहे डॉक्टरों को बुखार का उपचार करने के एक दिन बाद बुखार नहीं उतरने पर तत्काल ऑसेलटेमीवीर की गोली देने में देरी नहीं करनी चाहिए। राज्य की सभी मेडिकल दुकानों पर ऑसेलटेमीवीर की गोली उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। राज्य में 1 लाख 28 हजार व्यक्तियों को स्वाइन फ्लू प्रतिबंधक टीके लगाए गए हैं। ऐसे रोगियों का नियमित रूप से परीक्षण किया जाता है।  

Created On :   27 Sep 2018 4:41 PM GMT

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