बारिश नहीं होने से था निराश, तीसरी बार बुआई के लिए जेब में नहीं थे पैसे, गटका जहर

A farmer Committed Suicide with drunk poison in agriculture land
बारिश नहीं होने से था निराश, तीसरी बार बुआई के लिए जेब में नहीं थे पैसे, गटका जहर
बारिश नहीं होने से था निराश, तीसरी बार बुआई के लिए जेब में नहीं थे पैसे, गटका जहर

डिजिटल डेस्क, यवतमाल। वक्त पर बारिश न होने के कारण आर्थिक संकट से जूझ रहे किसान ने मौत को गले लगा लिया। जिले के किसानों पर दोबारा बुआई की नौबत आ गई है। ऐसी स्थिति में जब कोई दूसरा राह नहीं सूझा तो किसान ने जहर पीकर आत्महत्या कर ली। गुरुवार सुबह घाटंजी तहसील के पारवा इलाके में किसान दो बार बुआई की थी, लेकिन जब तीसरी बार बुआई की नौबत आई, तो मुफलिसी भी मुह उबाहे खड़ी थी। वो रकम जुटा नहीं पाया,  

नारायणपेठ निवासी देवराव सोन्या रावते की उम्सुर 50 साल थी। सुबह जब वह खेत गया, तो पानी न मिलने से अंकुरित फसले पूरी तरह मुरझाई दिखी। इससे पहले भी वह दो बार बुआई कर चुका था और तीसरी बार बुआई के लिए उसके पास रुपए नहीं थे, इससे वह निराश था। ऐसे में सुबह 11 बजे के दौरान उसने खेत में ही जहर पी लिया। 

खेल से घर लौटा और वो खटिया पर आकर लेट गया। कुछ समय बाद उसकी तबियत बिगड़ गई। उल्टियां होने लगी, मुंह से झाग निकलने लगा। यह देख परिजन तुरंत  अस्पताल के लिए निकले, लेकिन बीच राह ही उसने दम तोड़ दिया। बताया जाता रहा है कि देवराव रावते के नाम 3 एकड़ खेत है। बैंक कर्ज 45 हजार रुपए के अलावा साहूकारों से लिया कर्ज था। इस कारण लगा कि, अब बैंक और साहूकारों से और कर्ज नहीं मिल पाएगा। 

वणी की कोयला खदान में 2 की मौत

उधर वणी की भूमिगत कोयला खदान में जहरीली गैस से 2 लोगों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि दोनो खतरनाक गैस की चपेट में आ गए। उनका दम घुटने लगा कुछ ही देर में दोनो ने दम तोड़ दिया। मामले की सूचना मिलते ही दोनो के शव उपजिला अस्पताल भेजे गए हैं।

Created On :   18 July 2019 3:58 PM GMT

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