करंट से किसान की मौत, खेत में नीचे झूल रही थी 11 केव्ही की लाइन, भड़के ग्रामीण

A farmer was died because of coming in the grip of electric wire
करंट से किसान की मौत, खेत में नीचे झूल रही थी 11 केव्ही की लाइन, भड़के ग्रामीण
करंट से किसान की मौत, खेत में नीचे झूल रही थी 11 केव्ही की लाइन, भड़के ग्रामीण

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा/सौंसर। बिजली के तार खेत मे एकदम जमीन छूकर जाने से एक कृषक उसकी चपेट में आ गया जिससे उसकी मौत हो गई। करंट से पारडसिंगा निवासी 62 वर्षीय वृद्ध सदाशिव काले की मौत पर ग्रामीण व किसानों ने हंगामा खड़ा किया। इस हादसे के लिए बिजली विभाग के अमले को दोषी बताते हुए ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचे अधिकारियों पर जमकर भड़ास उतारी। मृतक को चार लाख का मुआवजा देने की घोषणा के बाद ग्रामीण शांत हुए और शव पीएम के लिए भेजा।

घटना रविवार की सुबह 8.30 बजे की है। किसान सदाशिव खेत जा रहा था की पड़ोस के खेत में जमीन पर झूलते बिजली के तार के संपर्क में आया। करंट से किसान की मौके पर मौत हो गई। इस दौरान ग्रामीणों की सूचना पर राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग संघ के कार्यकर्ता इकठ्ठा हुए। ग्रामीण इस बात पर भड़के की सूचना के बाद भी विभाग के अधिकारी मौके पर देरी से पहुंचे। लोधीखेड़ा थाना प्रभारी केके अवस्थी ने बताया कि घटना में मर्ग कायम कर जांच में लिया है।



चार लाख का मुआवजे की घोषणा
मौके पर पहुंचे कनिष्ठ यंत्री जितेंद्र सैनी व मनीष श्रीवास्तव ने मृतक के परिवार को विभाग की और से चार लाख का मुआवजा देने की जानकारी दी। ग्रामीणों ने बताया कि 11 केव्ही की लाइन के तार जमीन पर बीते एक सप्ताह से झूल रहे थे। कोई हादसा नहीं हो इस लिए पारडसिंगा वितरण केंद्र को सूचना भी दी गई थी। ग्रामीणों में मौके पर पहुंचे अधिकारियों को बताया कि स्थानीय कार्यालय में शिकायत के बाद भी शिकायतें या सूचनाओं की अनदेखी की जाती है।

इनका कहना है
बिजली विभाग की लापरवाही से किसान की मौत हुई है। घटना के लिए जिम्मेदार अधिकारी को निलंबित करने की हमारी मांग है।
सोपान कोहले, प्रदेश महामंत्री रा. पिछड़ा वर्ग

तार झूलने की विभाग में शिकायत नहीं थी। घटना में मृतक किसान के परिवार को चार लाख का मुआवजा दिया जाएगा।
दीपक उईके, संभागीय कार्यपालन यंत्री

 

Created On :   9 July 2018 9:43 AM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story