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नहीं पहुंची एंबुलेंस, खटिया से सड़क तक लाए मगर अस्पताल पहुंचने से पहले ही विवाहिता की मौत
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा/ पांढुर्ना। गांव में आने-जाने के लिए सडक़ नहीं होने के चलते एक विवाहिता ने उपचार के अभाव में दम तोड़ दिया। बताया जा रहा है कि विवाहिता को खेत में स्थित मकान में सांप ने काट लिया, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई, पर सडक़ नहीं होने से उपचार मिलने में हुई देरी के कारण विवाहिता ने अस्पताल पहुंचने के पहले ही दम तोड़ दिया। सडक़ नहीं होने से गांव तक एंबुलेंस नहीं पहुंचने के कारण परिजनों ने पहले विवाहिता को खटिया में डालकर खेत के बाहर लाया, फिर यहां से दो लोगों ने बाइक पर बिठाकर उसे एंबुलेंस तक पहुंचाया। एंबुलेंस से पांढुर्ना सीएचसी तक लाते-लाते विवाहिता की सांसें थम गई।
यह पूरा घटनाक्रम ग्राम पंचायत करवार के हेटी ढाना का है। हेटी ढाना के दयाराम परिहार अपने परिवार के साथ खेत में बने मकान में रहते हंै। मंगलवार की रात करीब 9.45 बजे उनकी पत्नी रजनी को जहरीले सांप से काट लिया, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। हालत बिगड़ते देख परिजनों ने 108 एंबुलेंस को कॉल कर दिया और एंबुलेंस भी गंतव्य की ओर निकल गई। पर गांव तक पहुंचने के लिए सडक़ नहीं होने से महज दो किमी पहले एंबुलेंस के पहिए थम गए। एंबुलेंस मौके पर नहीं पहुंच पाने के कारण परिजनों ने पहले रजनी को खटिया में लिटाकर खेत के बाहर तक लाया, फिर यहां दो लोगों ने उसे बाइक पर पकड़कर बिठाया और कच्चे रास्ते से दो किमी दूर खड़ी एंबुलेंस तक लाया। एंबुलेंस में डालकर रजनी को करीब 11 बजे सरकारी अस्पताल पहुंचाया गया, पर यहां पहुंचते ही चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पूरे घटनाक्रम में करीब एक घंटे का समय बीत गया और उपचार मिलने में हुई देरी से रजनी ने दम तोड़ दिया।
खेत मालिक ने रोका है रास्ता, पूरा नहीं हो पा रहा सडक़ निर्माण
बताया जा रहा है कि पांढुर्ना मुख्यालय से हेटी ढाना की दूरी महज 11 किमी है। जिसमें दारीमेटा रेलवे गेट तक पहुंचने के लिए सडक़ है। यहां से हेटी ढाना तक जाने वाली दो किमी सडक़ का काम भी ग्राम पंचायत करवार के माध्यम से किया जा रहा है। इस बीच एक खेत मालिक की मनमानी के चलते सडक़ का काम रूका हुआ है। अधिकारियों के समझाइश के बावजूद खेत मालिक सडक़ निर्माण के लिए जमीन देने को तैयार नहीं है, जिससे सडक़ का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पा रहा है। जिससे आए दिन ऐसी घटनाएं घट रही है। करीब पचास परिवार वाले ग्राम हेटी ढाना के ग्रामीणों को रेलवे पटरी के किनारे मौजूद पगडंडी से आना-जाना करना पड़ रहा है, वह भी तीसरी रेलवे लाइन बनने के बाद बंद हो जाएगा।
Created On :   21 Nov 2018 1:50 PM GMT