मुझे खैरात नहीं चाहिए- यात्री ने रेलवे को भेजा 950 का चेक
एजेंसी, नई दिल्ली। रेलवे रिजर्वेशन का टिकट में आपको भी यह लिखा देखा होगा कि यात्री किराए का 43 फीसदी रेलवे वहन करती है। एक मुसाफिर को रेलवे से मिल रही यह खैरात इतनी बुरी लगी कि उसने 950 रुपए का एक चेक रेलवे को भेज दिया। अब रेलवे इस पसोपेश में है कि वह चेक का क्या करे।
मुसाफिर को जम्मू से दिल्ली के बीच सफ़र करना था। टिकट बनवाते समय उसे नजर आया कि यात्री किराए का 43 फीसदी रेलवे सब्सिडी के रूप में वहन करता है। मुसाफिर को बुरा लगा और उसने 950 रुपए का एक चेक गुस्से में रेलवे को भेज दिया। रेलवे का दावा है कि यात्रियों को दी जा रही खैरात से उसे सालाना 30000 करोड़ रुपए का घाटा होता है, क्योंकि वह टिकट का केवल 57 फीसदी ही वसूल कर पाती है। बहरहाल रेलवे अधिकारी कह रहे हैं कि उन्हें इस तरह के किसी चेक को स्वीकार करने का अधिकार नहीं है। लिहाजा वे उसे वापस करने का विचार कर रहे हैं।
Created On :   28 Jun 2017 6:40 AM GMT