शिवसेना का मिला बड़ा मुस्लिम चेहरा, Mla अब्दुल सत्तार ने थामा भगवा झंडा

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शिवसेना का मिला बड़ा मुस्लिम चेहरा, Mla अब्दुल सत्तार ने थामा भगवा झंडा
शिवसेना का मिला बड़ा मुस्लिम चेहरा, Mla अब्दुल सत्तार ने थामा भगवा झंडा

डिजिटल डेस्क, मुंबई। अब्दुल सत्तार के रूप में शिवसेना को पार्टी के लिए बड़ा मुस्लिम चेहरा मिल गया है। मुस्लिम समाज तक पहुंचने के लिए शिवसेना सत्तार की मदद भी लेगी। इस पर उद्धव ने कहा कि सत्तार केवल औरंगाबाद ही नहीं बल्कि पूरे मराठवाड़ा में पार्टी के विस्तार के लिए काम करेंगे। उद्धव ने कहा कि सत्तार ने मुझे वचन दिया है कि वे और उनके सहयोगी एक अच्छे शिवसैनिक के रूप में पार्टी विस्तार के लिए अपना योगदान देंगे। 

सत्तार का भाजपा में था विरोध 

लोकसभा चुनाव में कांग्रेस से विधायक पद से इस्तीफा देने वाले सत्तार की इच्छा भाजपा में शामिल होने की थी। सत्तार लगातार मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और भाजपा के मंत्रियों के संपर्क में थे। महाजनादेश यात्रा के दौरान उन्होंने सिल्लोड में मुख्यमंत्री का स्वागत भी किया था लेकिन सत्तार के भाजपा में प्रवेश को लेकर पार्टी के स्थानीय नेताओं का काफी विरोध था। इसको देखते हुए सत्तार ने शिवसेना का दामन थामने का फैसला किया। भाजपा में शामिल न हो पाने पर सत्तार ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त करता हूं कि विपक्ष का विधायक होते हुए भी उन्होंने मेरा साथ दिया। लेकिन सिल्लोड के भाजपा के स्थानीय नेताओं का मुझे लेकर विरोध था। इस विरोध के कारण मुख्यमंत्री को परेशानी न हो। इसके लिए मैंने अपनी राह अलग कर ली। कांग्रेस में रहते हुए सत्तार पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण के करीबी मान जाते थे

भाजपा में शामिल होते-होते शिवसैनिक बन गए अब्दुल सत्तार 

औरंगाबाद के सिल्लोड सीट से कांग्रेस के विधायक रहे अब्दुल सत्तार ने शिवसेना का भगवा झंडा थाम लिया है। सोमवार को मातोश्री में पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे की मौजूदगी में सत्तार ने शिवसेना में प्रवेश किया। उद्धव ने शिवबंधन बांधकर सत्तार को पार्टी में शामिल किया। सत्तार अब शिवसेना के टिकट पर सिल्लोड सीट से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। पत्रकारों से बातचीत में उद्धव ने कहा कि सत्तार को सिल्लोड सीट दोबारा जीतने की जिम्मेदारी दी जा रही है। वे मुझे फिर से चुनाव जीतकर दिखाएंगे। उद्धव ने कहा कि पिछले कई सालों से सत्तार किसी न किसी कारण से हमारे संपर्क में रहे हैं। उन्होंने काफी सोच समझकर शिवसेना में शामिल होने का फैसला किया है। मैं उनके फैसले का स्वागत करता हूं। वहीं सत्तार ने कहा कि मेरे शिवसेना में शामिल होने के फैसले को लेकर कई लोगों के मन में आशंका है कि मैंने कैसे यह निर्णय ले लिया। लेकिन पिछले पांच सालों में संकट के समय शिवसेना किसानों के साथ खड़ी रही है। मैं कांग्रेस का विधायक था। हम विपक्ष में थे लेकिन सत्ताधारी दल होने के बावजूद शिवसेना ने विपक्ष से बड़ी जिम्मेदारी निभाई। शिवसेना ने किसान कर्ज माफी, फसल बीमा योजना का लाभ देने के लिए संघर्ष किया। इसलिए मैंने शिवसेना में शामिल होने का फैसला किया। उद्धव ने मुझे पर सिल्लोड विधानसभा की जिम्मेदारी दी है मैं मराठवाड़ा में सिल्लोड सीट से सबसे अधिक वोट हासिल करूंगा।

शिवसेना का मिला बड़ा मुस्लिम चेहरा

सत्तार के रूप में शिवसेना को पार्टी के लिए बड़ा मुस्लिम चेहरा मिल गया है। मुस्लिम समाज तक पहुंचने के लिए शिवसेना सत्तार की मदद भी लेगी। इस पर उद्धव ने कहा कि सत्तार केवल औरंगाबाद ही नहीं बल्कि पूरे मराठवाड़ा में पार्टी के विस्तार के लिए काम करेंगे। उद्धव ने कहा कि सत्तार ने मुझे वचन दिया है कि वे और उनके सहयोगी एक अच्छे शिवसैनिक के रूप में पार्टी विस्तार के लिए अपना योगदान देंगे।

सत्तार का भाजपा में था विरोध

लोकसभा चुनाव में कांग्रेस से विधायक पद से इस्तीफा देने वाले सत्तार की इच्छा भाजपा में शामिल होने की थी। सत्तार लगातार मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और भाजपा के मंत्रियों के संपर्क में थे। महाजनादेश यात्रा के दौरान उन्होंने सिल्लोड में मुख्यमंत्री का स्वागत भी किया था लेकिन सत्तार के भाजपा में प्रवेश को लेकर पार्टी के स्थानीय नेताओं का काफी विरोध था। इसको देखते हुए सत्तार ने शिवसेना का दामन थामने का फैसला किया। भाजपा में शामिल न हो पा सकने पर सत्तार ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त करता हूं कि विपक्ष का विधायक होते हुए भी उन्होंने मेरा साथ दिया। लेकिन सिल्लोड के भाजपा के स्थानीय नेताओं का मुझे लेकर विरोध था। इस विरोध के कारण मुख्यमंत्री को परेशानी न हो। इसके लिए मैंने अपनी राह अलग कर ली। कांग्रेस में रहते हुए सत्तार पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण के करीबी मान जाते थे।

Created On :   3 Sep 2019 11:42 AM GMT

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