गैंगरेप की घटनाओं को लेकर नेताओं के बेतुके बोल

Absurd words of ministers of the country about gangrape incidents
गैंगरेप की घटनाओं को लेकर नेताओं के बेतुके बोल
गैंगरेप की घटनाओं को लेकर नेताओं के बेतुके बोल

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देशभर में कठुआ, उन्नाव, रोहतक, सूरत और कई जिलों में हुई दुष्कर्म की वारदातों को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। वहीं नेताओं की लगातार बयानबाजी इस मामले में सामने आ रही है। मोदी सरकार में केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री संतोष गंगवार ने गैंगरेप को लेकर एक बेतुका बयान दिया है। मंत्री का कहना है कि इतने बड़े देश में एक दो घटनाएं हो जाए तो बात का बतंगड़ नहीं बनाना चाहिए। केंद्र सरकार ने शनिवार को इस संबंध में अध्यादेश को मंजूरी दे दी। राष्ट्रपति से भी इसे मंजूरी मिल गई है। उन्होंने यह बयान ऐसे समय पर दिया है जब कठुआ और सूरत में बच्चियों से दरिंदगी पर देश में गुस्से का माहौल है।

 

 

गंगवार ने कहा कि ऐसी घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण होती हैं पर कभी-कभी इन्हें रोका नहीं जा सकता है। सरकार सक्रिय है सब जगह कार्रवाई कर रही है। इतने बड़े देश में एक-दो घटनाएं हो जाए तो बात का बतंगड़ नहीं बनाना चाहिए। बता दें कि बच्चियों से रेप मामले का विरोध केवल देश में ही नहीं बल्कि विदेशों तक पहुंच चुका है। दूसरी तरफ कांग्रेस की महिला नेता रेणुका चौधरी ने भी इस मामले को लेकर एक विवादित बयान दिया है।

 

 

रेणुका शनिवार को बिहार की राजधानी पटना में थीं। वह राज्यसभा सांसद भी हैं। बीजेपी से अलग होने वाले यशवंत सिन्हा की पार्टी राष्ट्र मंच की प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा, "मैं भाइयों को याद कर रही हूं, क्योंकि बहनें बहुत कम आती हैं बाहर आज कल। यह माहौल केवल बिहार में नहीं है, बल्कि देश भर में है। महिलाएं आज कल बाहर नहीं निकलतीं।" उन्होंने मोदी और केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा कि आज के दिन जब लड़की घर से बाहर निकलती है और उसका रेप हो जाता है। थाने में जब जाते हैं, तब यही पूछा जाता है कि ‘कितने आदमी थे’। पीएम मोदी विदेश में घूम रहे हैं। महिलाओं का सम्मान क्या होता है, उन्हें यह नहीं पता है। वह महिला विरोधी पीएम हैं।

Created On :   22 April 2018 6:00 AM GMT

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