पोषण आहार में धांधली करने वाले प्रिंसिपल व सुपरिटेंडेंट पर कार्रवाई, 24 कर्मचारी रडार पर 

Action on the principal and superintendent who frauds in the nutrition diet
पोषण आहार में धांधली करने वाले प्रिंसिपल व सुपरिटेंडेंट पर कार्रवाई, 24 कर्मचारी रडार पर 
पोषण आहार में धांधली करने वाले प्रिंसिपल व सुपरिटेंडेंट पर कार्रवाई, 24 कर्मचारी रडार पर 

मनोज वनकर , गड़चिरोली। आश्रमशालाओं में विद्यार्थियों को परोसे जानेवाले पोषाहार में धांधली करना जिले की आश्रमशालाओं के प्रधानाचार्य और अधीक्षक को भारी पड़ गया। गड़चिरोली के प्रकल्प अधिकारी डॉ. सचिन ओंम्बासे ने इस मामले में लिप्त अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए पिछले 10 दिनों में 2 प्रधानाचार्य और 2 अधीक्षकों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की है। वहीं तकरीबन 24 प्रधानाचार्य और अधीक्षकों को शोकाज नोटिस भिजवा दिया है। प्रकल्प अधिकारी की इस कार्रवाई से भ्रष्ट प्रधानाचार्य और अधीक्षक सकते में आ गए हैं।

बता दें कि, गड़चिरोली प्रकल्प कार्यालय अंतर्गत 24 सरकारी  और 19 अनुदानित आश्रमशालाओं समेत कुल 43 आश्रमशालाएं चलाई जा रही हैं। इन आश्रमशालाओं में शिक्षारत विद्यार्थियों को पोषाहार दिया जाता है। पोषाहार की सामग्री आश्रमशाला स्तर पर खरीदी जाती है। इसका लेखा-जोखा आश्रमशाला के प्रधानाचार्य और अधीक्षक के पास ही रहता है। जानकारी के मुताबिक गड़चिरोली प्रकल्प कार्यालय अंतर्गत 24 आश्रमशालाओंं के प्रधानाचार्य और अधीक्षकों ने आपूर्तिधारकों से मिलीभगत कर पोषाहार की खरीदी के अतिरिक्त बिल जोड़कर प्रकल्प कार्यालय को भेज दिए थे।

आहार खरीदी में धांधली होने की भनक लगते ही प्रकल्प अधिकारी डॉ. ओंम्बासे ने सभी आश्रमशालाओं की जांच शुरू कर दी। जांच के दौरान रेगड़ी आश्रमशाला और कुरंडीमाल आश्रमशाला के पोषाहार वितरण में भारी अनियमितता पाई गई। जिसके चलते प्रकल्प अधिकारी ने दोनों आश्रमशालाओं के प्रधानाचार्य और अधीक्षकों को निलंबित कर दिया। साथ ही अन्य आश्रमशालाओं में भी इसी तरह की अनियमितता पाए जाने पर तकरीबन 24 प्रधानाचार्य और अधीक्षकों को शोकाज नोटिस भी भिजवा दिया। आश्रमशालाओं में खरीदी गई सामग्री की बारीकी से जांच की जा रही है। प्रकल्प अधिकारी की इस कार्रवाई से आश्रमशालाओं के प्रधानाचार्य और अधीक्षक परेशान हैं। 

कार्रवाई जारी है 
आश्रमशाओं में खरीदे गए पोषाहार में धांधली करने की शिकायत मिलते ही हमने प्रकल्प अंतर्गत सभी आश्रमशालाओं की जांच आरंभ कर दी। जिसमें अनेक आश्रमशालाओं में अनियमितता पाई गई। मामले में 2 प्रधानाचार्य और 2 अधीक्षक निलंबित हुए हैं। वहीं अन्य आश्रमशालाओं के कर्मियों को नोटिस भेजा गया है। जांच में दोषी पाए जानेवालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
(डॉ. सचिन ओंबासे, प्रकल्प अधिकारी, गड़चिरोली)

आपूर्तिधारकों व कर्मियों से वसूले जाएंगे 30 लाख रुपए
 
आश्रमशालाओं के पोषाहार कोटे में अधिक अनाज दिखाकर अतिरिक्त बिल जोड़ने का मामला उजागर होते ही विभाग ने अब 30 लाख रुपए की अतिरिक्त राशि वसूलने का आदेश जारी किया है। विभाग के अनुसार, संबंधित आपूर्तिधारक से 20 लाख और कर्मचारियों के वेतन से 10 लाख रुपए की कटौती की जाएगी। 

Created On :   19 July 2018 6:22 AM GMT

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