उपसरपंच चुनाव के बाद कट्यार में दो गुट भिड़े, एक दूसरे खिलाफ शिकायत दर्ज

After elections, two Groups are attacked on each other, FIR Filed
उपसरपंच चुनाव के बाद कट्यार में दो गुट भिड़े, एक दूसरे खिलाफ शिकायत दर्ज
उपसरपंच चुनाव के बाद कट्यार में दो गुट भिड़े, एक दूसरे खिलाफ शिकायत दर्ज

डिजिटल डेस्क, अकोला। बोरगांव मंजू पुलिस थाना अंतर्गत आने वाले कट्यार गांव में उपसरपंच पद का चुनाव होने के बाद घोषित नतीजे आने के बाद दो गुट आपस में भिड़ गए। भारसाकले गुट के प्रत्याशी की जीत के कारण विवाद पैदा हो गया। इस दौरान गांव में एकमात्र पुलिस कर्मचारी बंदोबस्त के नाम पर उपस्थित था। जिसका फायदा उठा दोनों गुटों में जमकर मारपीट हुई। इस मारपीट में दो लोगों के घायल होने की खबर है। घटना के बाद बोरगांव मंजू पुलिस का दस्ता गांव में बंदोबस्त के लिए तैनात किया गया है। गांव में तनाव का माहौल है।

उपसरपंच पदों के चुनाव नतीजों के बाद भिड़े गुट

तहसील में उपसरपंच पदों के चुनाव करवाए जा रहे हैं। निर्वाचन अधिकारी अरूण निमकर्डे, ग्रामसेवक पायधन, पटवारी देशमुख की उपस्थिति में उपसरपंच पद के लिए लीलाबाई ठाकरे गुट के रमेश नांदुरकर, जबकि देवीदास भारसाकले गुट की सोनाली बजरंग सोलंके ने नामांकन दाखिल किया था। दो नामांकन के कारण मतदान करवाया गया।  दस सदस्यों वाली ग्राम पंचायत में देवीदास भारसाकले पहले से ही सरपंच निर्वाचित हो चुके हैं। मतदान पश्चात मतगणना में ठाकरे गुट के रमेश नांदुरकर 3 के मुकाबले 4 मतों से विजयी हुए। निर्वाचन अधिकारी ने बाकायदा उनकी जीत की प्रक्रिया पूरी कर वहां से प्रस्थान किया। जिसके बाद मामूली कहासुनी में ठाकरे और भारसाकले गुट आमने सामने आ गए। दोनों गुटों में जमकर मारपीट हुई। 

किसी भी तरह का बंदोबस्त नहीं लगाया

कट्यार अतिसंवेदनशील गांव की श्रेणी में होने के बावजूद बोरगांव मंजू पुलिस निरीक्षक पी.के. काटकर, बीट प्रभारी उपनिरीक्षक पितले ने किसी भी तरह का बंदोबस्त नहीं लगाया था। निर्वाचन के दौरान सिपाही सत्येंद्र पंचवटकर को ही भेजा गया था। घटना के समय बीट प्रभारी पितले बाहर थे। जबकि सिपाही बंकावार डॉक्टरी जांच के कारण अनुपस्थित थे। खुफिया विभाग के मदनकर, पीएसआई पितले, सिपाही पवार, वी.वी. ढोरे समेत पुलिस कर्मचारी मौके पर पहुंचे। साथ ही स्थिति को नियंत्रित किया। सरपंच देवीदास भारसाकले, किसन बावस्कर, दिलीप आमले, संतोष शेंडे, बलवंत शेंडे, प्रभाकर बावस्कर, सुलभा शेंडे, पूर्व सरपंच लीलाबाई ठाकरे, गोपाल ठाकरे, रामसिंह सोलंके, प्रवीण ढोरे, कमलाबाई सोलंके, रमेश नांदुरकर आदि एक दूसरे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने बोरगांव मंजू थाने पहुंचे। समाचार लिखे जाने तक शिकायत दर्ज कराने की प्रक्रिया जारी थी।

Created On :   29 Dec 2017 4:27 PM GMT

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