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रायपुर : AIIMS से नहीं मिली एंबुलेंस, शव को ठेले पर ले गई पत्नी
डिजिटल डेस्क,रायपुर। कुछ दिनों पहले मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की तहसील बैरसिया में एक संवेदनशील मामला सामने आया था, जहां पुलिसकर्मियों ने एक शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाने के लिए हाथ ठेले का इस्तेमाल किया था। अब ऐसा ही मामला छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में सामने आया है। जहां एक मजबूर पत्नी को नामी अस्पताल से एंबुलेंस नहीं मिली। मजबूरन पत्नी को हाथ ठेले पर अपने पति का शव ले जाना पड़ा।
दरअसल मामला रायपुर एम्स का है। जहां गुरुवार को एक पत्नी को अपने पति का शव ले जाने के लिए एंबुलेंस मुहैया नहीं कराई गई। इसके बाद मजबूर पत्नी ने किराए का हाथ ठेला लिया और शव को उसी पर लादकर ले जाने लगी। इसी बीच कुछ पुलिसकर्मियों की नजर पड़ी तो उन्होंने एंबुलेंस का इंतजाम करवाकर शव को घर तक पहुंचाया।
एक महीने पहले अस्पताल में भर्ती हुआ था संजय
बताया जा रहा है कि 35 साल के संजय को करीब एक माह पहले एम्स में भर्ती कराया गया था। गंभीर बीमारी से पीड़ित होने के कारण उसके कई टेस्ट किए जाने थे। जिनका खर्च भी बहुत था। पैसों की तंगी के चलते वो टेस्ट नहीं करवा पाया। इसी के चलते उसने गुरुवार को दम तोड़ दिया। संजय की पत्नी ने बताया कि पति की मौत के बाद उसने मुक्तांजलि से फोन के जरिए संपर्क किया, लेकिन कोई मदद नहीं मिल पाई। पत्नी ने बताया कि उसके पास इतने पैसे नहीं थे कि किसी अन्य एंबुलेंस के जरिए शव को ले जा सके। आखिरकार उसने किराए का ठेला लिया और पति के शव को उसी पर लादकर घर के लिए रवाना हो गई। हालांकि घटना के सामने आने के बाद भी अस्पताल प्रबंधन ने किसी भी प्रकार की कोई मदद नहीं की।
बता दें कि ये कोई पहला मामला नहीं है जिसने इस तरह मानवता को शर्मसार किया है। इससे पहले भी देश में कई खबरें आई जब अस्पताल प्रबंधन की तरफ से एंबुलेंस नहीं मुहैया कराई गई और मजबूरन परिजनों को शव या तो साइकिल पर ले जाना पड़ा या फिर ठेले पर। कई मामलों में तो शव को हाथ में ले जाने तक की नौबत आ गई। अगस्त 2016 में ओडिशा के कालाहांडी जिले में सामने आया था, जहां एक आदिवासी को अपनी पत्नी के शव को अपने कंधे पर लेकर करीब 10 किलोमीटर तक चलना पड़ा था।
Created On :   19 Jan 2018 3:37 AM GMT