छोटे गांव के खिलाड़ी का बड़ा लक्ष्य, खेलना चाहता है ओलंपिक

Akash Chikte wishes to becoming the first Olympian of Vidarbha
छोटे गांव के खिलाड़ी का बड़ा लक्ष्य, खेलना चाहता है ओलंपिक
छोटे गांव के खिलाड़ी का बड़ा लक्ष्य, खेलना चाहता है ओलंपिक

डिजिटल डेस्क, नागपुर। इंटरनेशनल प्रतियोगिताओं में देश का प्रतिनिधित्व करना, किसी भी युवा का सपना होता है, लेकिन बात अगर ओलंपिक की है, तब यह उपलब्धि बयां कर पाना आसान नहीं होता। यवतमाल के लोहारा जैसे छोटे से गांव से भारतीय हॉकी टीम तक का सफर पूरा करने वाले आकाश चिकटे की इच्छा है कि उन्हें विदर्भ का पहला ओलिंपियन बनने का गौरव हासिल हो।

अमरावती रोड स्थित विदर्भ हॉकी एसोसिएशन के मैदान पर प्रेस से बातचीत करते हुए आकाश ने कहा कि मैंने जीरो से शुरुआत की थी और आज  सफल खिलाड़ी हूं। हालांकि मेरा सबसे बड़ा सपना (ओलंपिक खेलने का) अभी पूरा नहीं हो पाया है। इसके लिए मैं कड़ी मेहनत कर रहा हूं और  विश्वास है कि देश के लिए ओलंपिक जरूर खेलूंगा।

भारतीय हॉकी के लिए यह वर्ष बेहद महत्वपूर्ण
एशिया कप, अजलानशाह और वर्ल्ड हॉकी लीग फाइनल में भारतीय गोल की रक्षा कर चुके आकाश ने कहा कि मौजूदा वर्ष काफी महत्वपूर्ण है। इस साल टीम को कई बड़ी प्रतियोगिताएं खेलनी हैं, जिसमें एशियन चैंपियनशिप भी शामिल है। इसमें जीत की स्थिति में भारत को ओलंपिक में सीधा प्रवेश मिल जाएगा। भारतीय हॉकी टीम अजलान शाह और विश्वकप में भी अपनी चुनौती पेश करेगी।

लगातार अच्छा कर रही है भारतीय टीम
हॉकी इंडिया ने भारतीय हॉकी को नई ऊंचाई पर पहुंचाने के लिए कई विदेशी कोच की नियुक्ति की है, लेकिन अपेक्षित परिणाम से अब भी भारतीय हॉकी कोसों दूर है। टीम इंडिया के प्रदर्शन से संतुष्ट आकाश ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में भारतीय टीम ने अच्छी हॉकी खेली है। पहले भारतीय टीम 11वें स्थान पर रहती थी, अब हम छठवें स्थान पर रहते हैं।

कड़ी मेहनत का संदेश
वीएचए मैदान पर एसोसिएशन के सचिव विनोद गवई ने उनका पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया। इस दौरान आकाश ने युवाओं को कड़ी मेहनत करने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि कामयाबी का कोई आसान तरीका नहीं है। शिखर पर पहुंचने के लिए आपको केवल और केवल कड़ी मेहनत ही करनी होगी। समारोह में वीएचए के पदाधिकारी और हॉकी खिलाड़ी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

Created On :   11 Feb 2018 12:40 PM GMT

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