अलजजीरा का दावा: साल 2011-12 के दौरान 15 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले थे फिक्स

Aljazeera claims: During the year 2011-12, 15 international matches were fixed
अलजजीरा का दावा: साल 2011-12 के दौरान 15 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले थे फिक्स
अलजजीरा का दावा: साल 2011-12 के दौरान 15 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले थे फिक्स
हाईलाइट
  • 2011 में भारत-इंग्लैंड के बीच खेला गया लॉर्ड्स टेस्ट पर भी अल-जजीरा का दावा
  • 2011-12 के दौरान कुल 15 अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में 26 बार की गई थी स्पॉट फिक्सिंग
  • अलजजीरा ने बताया फिक्सिंग में ऑस्ट्रेलिया
  • इंग्लैंड और पाकिस्तान के क्रिकेटर्स भी थे शामिल

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में स्पॉट फिक्सिंग के मामलो ने तेजी पकड़ ली है। आए दिन स्पॉट फिक्सिंग से जुड़े मामले सामने आ रहे हैं। अब एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में फिक्सिंग का मामला सामने आया है। अलजजीरा चैनल ने अपने एक स्टिंग ऑपरेशन में यह दावा किया है कि, 2011-12 के दौरान कुल 15 अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में 26 बार स्पॉट फिक्सिंग की गई थी। अलजजीरा ने इसके अलावा यह भी बताया की इस फिक्सिंग में ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और पाकिस्तान के कई क्रिकेटर्स भी शामिल थे। हालांकि, इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने चैनल के इस दावे को खारिज किया है, कि आईसीसी क्रिकेट में भ्रष्टाचार के मामलों को गंभीरता से नहीं लेता। आईसीसी ने चैनल से रॉ फुटेज भी (बिना कोई काट-छांट के) मांगे हैं।

स्टिंग ऑपरेशन की इस डॉक्यूमेंट्री को "क्रिकेट्स मैच फिक्सर्स: द मुनावर फाइल्स" का नाम दिया गया है। जिसमें बताया गया है कि 2011-12 के बीच 6 टेस्ट, 6 वनडे और 3 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में फिक्सिंग की गई थी। आईसीसी के रडार पर चल रहे सट्टेबाज अनील मुनावर के दिए गए बयान के आधार पर चैनल ने यह बताया है कि इन 15 मैचों में से सात में इंग्लैंड, पांच में ऑस्ट्रेलिया और तीन में पाकिस्तान के क्रिकेटर्स ने फिक्सिंग की है। इसके अलावा कुछ मामलों में मैच खेल रहीं दोनों टीमों के खिलाड़ी फिक्सिंग में शामिल थे।

अल-जजीरा का दावा है कि 2011 में भारत-इंग्लैंड के बीच खेला गया लॉर्ड्स टेस्ट और इस साल दक्षिण अफ्रीका-ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया केपटाउन टेस्ट भी शक के घेरे में है। इस डॉक्यूमेंट्री में 2011 वर्ल्ड कप के पांच और 2012 टी-20 वर्ल्ड कप के तीन मुकाबलों में भी फिक्सिंग का दावा किया गया है।

इसमें 2012 में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में हुई इंग्लैंड-पाकिस्तान के बीच हुए तीन टेस्ट में हुई स्पॉट फिक्सिंग का भी जिक्र किया गया है। स्टिंग में बुकी का कहना है की, हम 60 से 70 फीसदी अंतरराष्ट्रीय मैच फिक्स कर सकते हैं। हम सिर्फ दुनियाभर के 25 से 30 ‘बहुत बड़े’ कस्टमर्स के साथ ही डील करते हैं। वे हर मैच से चार से 10 करोड़ रुपए कमाते हैं। मुंबई में जन्मा मुनावर अब दुबई में रहता है। भारत की पुलिस को भी उसकी तलाश है। चैनल का दावा है कि वह 2010 से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में फिक्सिंग में शामिल है और यह बात इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) को भी पता है। 

Created On :   22 Oct 2018 10:35 AM GMT

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