जम्मू-कश्मीर : बालटाल में मौसम साफ, फिर शुरू हुई अमरनाथ यात्रा

जम्मू-कश्मीर : बालटाल में मौसम साफ, फिर शुरू हुई अमरनाथ यात्रा
हाईलाइट
  • जम्मू-कश्मीर के बालटाल में बुधवार देर रात से ही तेज बारिश हो रही थी।
  • मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे यानी शनिवार तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
  • जम्मू-कश्मीर में बुधवार से शुरू हुई अमरनाथ यात्रा को भारी बारिश के कारण देरी से रवाना किया गया है।
  • सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए श्रद्धालुओं को आगे जाने से रोक दिया गया था। फिलहाल यात्रा फिर शुरू हो गई है।

डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में बुधवार से शुरू हुई अमरनाथ यात्रा को भारी बारिश के कारण रोक दिया गया था। मौसम साफ होते ही फिर से अमरनाथ यात्रा शुरू कर दी गई है। रुके हुए अमरनाथ यात्रियों के जत्थे को रवाना कर दिया गया है। बता दें कि जम्मू-कश्मीर के बालटाल में बुधवार देर रात से ही तेज बारिश हो रही है। जिस कारण सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए श्रद्धालुओं को आगे जाने से रोक दिया गया था।

फिलहाल मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे यानी शनिवार तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। जानकारी के अनुसार बुधवार रात से हो रही भारी बारिश के बाद बालटाल और पहलगाम दोनों ही मार्गों पर फिसलन हो गई थी। ऐसे में श्रद्धालुओं और वाहनों को आगे ले जाना मुश्किल और जोखिम भरा लग रहा था। इसी कारण भक्तों को आगे जाने से रोक दिया गया था।

 


फिलहाल बालटाल और पहलगाम का मौसम काफी हद तक साफ हो गया है। बारिश रुक गई है। अब तक की सबसे कड़ी सुरक्षा के बीच अमरनाथ यात्रा फिर से शुरू हो गई है। बता दें कि इस बार 1.96 लाख श्रद्धालुओं ने यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है।

गांदरबल जिले के डेप्युटी कमिश्नर डॉ. पीयूष सिंगला ने बताया, "हम भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के लगातार संपर्क में हैं। हालात पर हमारी पैनी नजर बनी हुई है।"

 


वहीं बारिश के बीच कई तीर्थयात्री नुनवां पहलगाम बेस कैंप से चंदनवाड़ी के लिए रवाना हुए। जम्मू के बेस कैम्प से महिलाओं, बच्चों और सधुओं समेत करीब 3000 तीर्थयात्रियों का जत्था बुधवार शाम नुनवां पहलगाम और बालटाल पहुंच गया था।

गौरतलब है कि यात्रा के लिए 2,995 श्रद्धालुओं का पहला जत्था जम्मू से रवाना हुआ था। इनमें से 1091 यात्री बालटाल, वहीं 1904 यात्री पहलगाम स्थित बेस कैंप से होते हुए पवित्र गुफा के दर्शन के लिए पहुंचेंगे।

Created On :   28 Jun 2018 5:50 AM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story