जेफ बेजोस के लिए अमेजन इंडिया की अपनी दुकान

Amazon India has its own shop for Jeff Bezos
जेफ बेजोस के लिए अमेजन इंडिया की अपनी दुकान
जेफ बेजोस के लिए अमेजन इंडिया की अपनी दुकान
हाईलाइट
  • अमेजन डॉट इन ने पांच जून
  • 2013 को भारत में कदम रखा था और दुनिया के शीर्ष अरबपति जेफ बेजोस के अनुसार
  • इस प्लेटफार्म ने देश में लोगों के खरीदने और बेचने के तौर-तरीके पूरी तरह बदल कर रख दिए
  • वर्तमान में भारत के ई-कॉमर्स का 30 प्रतिशत बाजार अमेजन के पास है और यह देश में शॉपिंग के लिए इस्तेमाल में लाई जाने वाली सबसे बड़ी साइट है
नई दिल्ली, 4 अगस्त (आईएएनएस)। अमेजन डॉट इन ने पांच जून, 2013 को भारत में कदम रखा था और दुनिया के शीर्ष अरबपति जेफ बेजोस के अनुसार, इस प्लेटफार्म ने देश में लोगों के खरीदने और बेचने के तौर-तरीके पूरी तरह बदल कर रख दिए।

वर्तमान में भारत के ई-कॉमर्स का 30 प्रतिशत बाजार अमेजन के पास है और यह देश में शॉपिंग के लिए इस्तेमाल में लाई जाने वाली सबसे बड़ी साइट है।

बेजोस ने कहा, जैसा कि हम यहां अमेजन में कहते हैं, यह अभी भी पहला दिन है, और मैं आगे के अवसरों से उत्साहित और विनम्र हूं। अमेजन डॉट इन इंडिया की अपनी दुकान है।

उन्होंने लिखा, गाने सुनने से लेकर, भजन चलाने तक, वाइस शॉपिंग करने और यहां तक कि कैब बुक करने का काम भी एलेक्सा कर सकती है। हजारों थर्ड पार्टी डेवलपर्स हैं, जो हमारे भारतीय ग्राहकों के लिए एलेक्सा की क्षमताओं का विस्तार कर रहे हैं।

भारत में जिन स्थानों पर सेवा उपलब्ध है, उन सभी पिन कोड वाले स्थानों से ग्राहक अमेजन पर ऑर्डर करते हैं। सैकड़ों और हजारों की संख्या में भारत का अधिकांश व्यापार अमेजन डॉट इन के माध्यम से बेचा और खरीदा जा रहा है।

ई-कॉमर्स स्पेस में खुद को स्थापित करने के बाद अमेजन ने भारत में कई उत्पाद लॉन्च किए, जिनमें अमेजन इको, प्राइम वीडियो, प्राइम सब्सक्रिप्श्न, किंडल, एलेक्सा-एनेबिल थर्ड पार्टी डिवाइस, अमेजन म्यूजिक और अमेजन पे शामिल हैं।

वर्ल्ड डेटा कॉर्पोरेशन (आईडीसी) के अनुसार, 2018 से अमेजन इको भारत के स्मार्ट स्पीकर मार्केट में 59 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ शीर्ष पर है। गूगल होम 39 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ दूसरे स्थान पर है।

भारत में 13 विभिन्न डिवासेस के साथ लगभग आठ थर्ड-पार्टी ब्रांड हैं, जिन्होंने एलेक्सा में योगदान किया है।

भारत में ग्राहकों के लिए डेवलपर्स अब एलेक्सा के स्किल्स को ध्यान में रख कर इसके नए हिंदी वॉइस मॉडल पर काम कर सकते हैं, जो एलेक्सा स्किल्स किट (एएसके) में उपलब्ध है।

2019 की दूसरी छमाही में 37 प्रतिशत की वृद्धि दर के साथ अमेजन के क्लाउड-कंप्यूटिंग कारोबार अमेजन वेब सर्विस (एडब्ल्यूएस) ने 2019 की तिमाही में कंपनी के राजस्व में 8.38 अरब डॉलर का योगदान दिया, जो 37 प्रतिशत की वृद्धि है, और भारत एडब्ल्यूएस क्लाउड को अपनाने के मामले में शीर्ष पर है।

भारत में एडब्ल्यूएस काफी लंबे समय से निवेश कर रहा है। आज एडब्लयूएस क्लाउड का इस्तेमाल ग्राहकों द्वारा कई एप्लीकेशन के माध्यम से किया जा रहा है। इन ग्राहकों में एचडीएफसी लाइफ, अशोक लेलैंड, आदित्य बिड़ला फायनेंस, मेकमायट्रिप, रेडबस, एलएंडटी इंफोटेक और कई अन्य शामिल हैं।

देश में और विस्तार के लिए अमेजन इंडिया ने नौ भारतीय शहरों में पैकेजिंग-फ्री शिपमेंट कार्यक्रम की शुरुआत की है।

अमेजन ने भारत में अपने सबसे बड़े फुलफिलमेंट सेंटर (एफसी) के विस्तार के लिए जीएमआर हैदराबाद एयरपोर्ट सिटी के साथ एक लीज किया है। मौजूदा एफसी 400,000 वर्ग फुट में फैला हुआ है, और इसे अतिरिक्त 180,000 वर्ग फुट विस्तारित किया जाएगा।

जून में अमेजन ने घोषणा की थी कि वह तेलंगाना में अपना सबसे बड़ा डिलीवरी केंद्र खोलेगा, जो 20,000 वर्ग फुट से अधिक क्षेत्रफल में फैला होगा।

हैदराबाद में अमेजन के पास तीन फुलफिलमेंट सेंटर हैं, जहां 32 लाख घनफुट स्टोरेज स्पेस है।

हैदराबाद में कंपनी के पास दो सॉर्टिग सेंटर्स भी है, जिनकी प्रोसेसिंग क्षमता 100,000 वर्ग फुट से अधिक है। तेलंगाना में अमेजन के अपने और सर्विस पार्टनर के 90 डिलीवरी केंद्र हैं।

अमेजन को उम्मीद है कि भारत सरकार एक स्थिर अपेक्षित ई-कॉमर्स नीति लाएगी, ताकि यह खुदरा कंपनी अपने निवेश जारी रख सके और देश में रोजगार पैदा कर सके।

वाणिज्य मंत्रालय वर्तमान में राष्ट्रीय ई-कॉमर्स नीति को अंतिम रूप देने में लगा हुआ है और बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने नीति के मसौदे के कुछ प्रावधानों पर अपनी चिंताएं व्यक्त की हैं।

अमेजन में वरिष्ठ उपाध्यक्ष और मुख्य वित्तीय अधिकारी(सीएफओ) ब्रायन ओलसवस्की ने पिछले सप्ताह कहा था, भारत सरकार के साथ हमारा जुड़ाव हमें एक स्थिर उचित नीति बनाने में साझेदारी और सहयोग के बारे में आशावान बनाता है। एक ऐसी नीति, जिसके तहत हम अपनी प्रौद्योगिकी और अवसंरचना में निवेश जारी रख सकें।

--आईएएनएस

Created On :   4 Aug 2019 1:00 PM GMT

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