छह महीने में तैयार होगा 'अमोल का दूसरा स्वदेशी विमान', मैग्नेटिक महाराष्ट्र में हुआ करार 

Amols second aircraft will be ready in 6 months, Agreement done
छह महीने में तैयार होगा 'अमोल का दूसरा स्वदेशी विमान', मैग्नेटिक महाराष्ट्र में हुआ करार 
छह महीने में तैयार होगा 'अमोल का दूसरा स्वदेशी विमान', मैग्नेटिक महाराष्ट्र में हुआ करार 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। विजय सिंह ‘कौशिक’। देश में पहला स्वदेशी विमान बनाने वाले अमोल यादव का दूसरा विमान 6 माह में उड़ान के लिए तैयार हो जाएगा। इस बीच सोमवार को यादव की कंपनी के साथ महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम (MIDC) ने करार किया है। मैग्नेटिक महाराष्ट्र-निवेशक सम्मेलन के दौरान करार पर हस्ताक्षर किए गए। यादव ने बताया कि पालघर में राज्य सरकार ने उन्हें 150 एकड़ जमीन दी है। तकनीकी कारणों से सरकार अमोल को सीधे यह जमीन नहीं दे सकती। इस लिए पहले यह जमीन MIDC को दी जाएगी। फिर MIDC अमोल की विमान बनाने वाली कंपनी को यह जमीन देगी। इसके लिए सोमवार को दोनों पक्षों के बीच करार हुआ।

35 हजार करोड़ रुपए के करार पर हस्ताक्षर
MIDC और अमोल की कंपनी के बीच 35 हजार करोड़ रुपए के करार पर हस्ताक्षर हुए हैं। यादव हवाई जहाज का कारखाना लगाएंगे। फिलहाल देश में हवाई जहाज का उत्पादन नहीं होता। यादव पहले व्यक्ति हैं जिन्होंने बगैर किसी संसाधन के 2011 में अपने घर की छत पर पहला स्वदेशी विमान बनाया था। अमोल ने बताया कि भले ही अभी तक कारखाने के लिए जमीन नहीं मिल पाई है पर विमान बनाने का उनका काम जारी है। उनके द्व्रारा निर्मित दूसरा प्रोटो टाईप 19 सीटों वाला विमान 6 माह में तैयार हो जाएगा। इसके टेस्ट में पास होने के बाद कमर्शियल उड़ानों के लिए इसी तरह के दूसरे 19 सीटर विमान तैयार किए जाएंगे।

एयर कनेक्टिविटी को मिलेगी गति
अमोल ने बताया कि महाराष्ट्र में फिलहाल 33 एयरपोर्ट हैं पर इनमें से सिर्फ 4 हवाई अड्‌डों पर नियमित विमान सेवा उपलब्ध है। बाकी छोटे एयरपोर्ट पर उड़ान भरने के लिए देश में छोटे विमानों की कमी है। इस कमी को दूर करने के लिए मेरी कंपनी 19 सीटों वाले छोटे विमान बनाएगी। इससे देश में हवाई सम्पर्क तेजी से बढ़ सकेगा। उन्होंने कहा क 70 साल पहले ब्रिटिश सरकार ने देश के सभी जिलों में हवाई अड्‌डे तैयार किए थे। लेकिन हम अब तक इन हवाई अड्‌डों से विमान सेवा शुरु नहीं कर सके।

पहली बार किसी स्वदेशी विमान को मिला था डीजीसीए का प्रमाणपत्र
इसके पहले बीते साल नवंबर में अमोल के विमान को नागर विमानन महानिदेशलय (डीजीसीए) ने रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट दिया था। अमोल ने साल 2011 में 6 सीटों वाला टीएसी 003 विमान बनाया था। अमोल के मुताबिक आजादी के बाद देश में पहली बार किसी निजी विमान बनाने वाले को डीजीसीए ने सर्टिफिकेट दिया है। इससे अब आने वाले समय में देश का कोई भी व्यक्ति यदि विमान बना कर उड़ाना चाहता है तो उसे सर्टिफिकेट मिलने में आसानी होगी। अमोल ने बताया कि विमान बनाने के बाद मैंने साल 2011 में डीजीसीए के पास रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट के लिए आवेदन किया था। बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के प्रयास से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हुई चार बैठकों के बाद डीजीसीए से प्रमाण पत्र मिल सका था।

Created On :   19 Feb 2018 2:50 PM GMT

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