सीमेंट की सड़क पर डामर की परत, लाखों बर्बाद

Asphalt layer on cement road, money is ruined of manpa
सीमेंट की सड़क पर डामर की परत, लाखों बर्बाद
सीमेंट की सड़क पर डामर की परत, लाखों बर्बाद

डिजिटल डेस्क,नागपुर। सीमेंट की सड़क पर डामर की परत लगाकर मनपा ने लाखों रुपए बर्बाद कर दिए हैं। उपराजधानी की सड़कों का कमोबेश यही हाल नजर आता है।  कई बार सड़क पर गड्ढा है कि गड्‌ढे में सड़क लोग सवालिया निशान भी लगाते हैं।  सरकार और प्रशासन ने शहर की सड़कों के निर्माण के लिए 6 साल पहले करोड़ों की योजना बनाई थी, लेकिन इस योजना को भी पलीता लग गया। योजना में प्रस्तावित सड़कों के आधे-अधूरे निर्माणकार्य से जनता को परेशान होना पड़ रहा है। इतना ही नहीं लंबित काम को छिपाने के लिए डामर की परत बिछाकार जनता के पैसों को व्यर्थ ही बहाया जा रहा है। अजनी आरओबी के समीप की सड़क का हाल भी कुछ ऐसा ही है। पिछले 8 माह से सड़क जनता के लिए मुसीबत का सबब बनी हुई है, वहीं दूसरी ओर के हिस्से के गड्‌डों को छिपाने के लिए करीब 15 लाख रुपए की लागत से डामर बिछा दिया गया है। मनपा के प्रोजेक्ट विभाग का कहना है कि मेट्रो प्रशासन द्वारा खुद के वाहनों की सुविधा के लिए डामरीकरण किया गया है। जबकि निर्धारित अवधि के भीतर काम को पूरा कर लिया जाता, तो खराब रास्ते की दुरुस्ती के लिए दोबारा से डामरीकरण करने की नौबत नहीं आती।

30 रास्ताें का अटका मामला:  सन 2011 में योजना के प्रथम चरण को मंजूरी दी गई थी जिसमें 30 रोड को शामिल किया गया था। ठेका एजेंसी को इन कामों को 24 माह में पूरा करना है, लेकिन निर्धारित अवधि के पूरा होने के बाद भी काम पूरे नहीं हो पाए हैं। अब तक 13 रास्तों में बजाज नगर से शंकर नगर, लक्ष्मीनगर, घाट रोड, रेशिमबाग, उमरेड चौक,  चांभारनाला, रविनगर, रामनगर, नंदनवन, लोकांची शाला, सीपी एन्ड बेरार, तिरंगा चौक, सक्करदरा, एस.टी. स्टैंड से मॉडल मिल तक का काम पूरा हो चुका है, जबकि 4 रास्तों के निर्माण कार्य हाल ही में शुरू हुए हैं। इनमें वीएनआईटी से लोकमत चौक, ज्योति स्कूल से दिघोरी फ्लाइओवर, लकड़गंज से बरबटे चौक, जरीपटका शामिल हैं। इसके अलावा जलापूर्ति एवं सीवरेज लाइन के नेटवर्क के चलते गिट्‌टीखदान, मेडिकल चौक से क्रीड़ा चौक, आरेंज सिटी से अजनी चौक और धंतोली रेलवे ओवरब्रिज से लेकर बैद्यनाथ चौक का काम आरंभ नहीं किया जा सका है। इन कामों के लंबित होने के पीछे जलापूर्ति एवं स्वास्थ्य विभाग के साथ ही परिवहन विभाग द्वारा अनुमति नहीं मिलने का हवाला दिया जा रहा है।

दूसरे-तीसरे चरणों  की प्रक्रिया आरंभ: मनपा प्रशासन द्वारा पहले चरण के कामों में हो रही लापरवाही को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया गया है। ठेका कंपनी की ओर से कामों में होने वाली देरी के लिए भी कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की जा रही है।  

मामले की जानकारी लेता हूं

मेट्रो रेल के काम के दौरान सीताबर्डी में नागरिकों की मांग पर खराब रास्ते की दुरूस्ती की गई थी। संभावना है इसी तर्ज पर नागरिकों की मांग को देखते हुए अजनी चौराहे के खराब रास्ते पर भी डामरीकरण किया गया होगा। मैं इस मामले की जानकारी लेता हूं।

                                                                अखिलेश हलवे, उपमुख्य जनसंपर्क अधिकारी, मेट्रो रेल प्रशासन, नागपुर

मेट्रो प्रशासन ने किया डामरीकरण

शहर में कई स्थानों पर मेट्रो का काम चल रहा है। इन स्थानों पर ट्रैफिक काे अकसर डाइवर्ट कर दिया जाता है। मेट्रों के भारी-भरकम वाहनों के चलते रास्ते खराब हो रहे हैं। ऐसे खराब रास्तों को दुरूस्त करने का काम मेट्रो प्रशासन करता है। अजनी चौराहे पर भी मेट्रो के काम के चलते रास्ता खराब हुआ है। मेट्रो प्रशासन ने यहां डामरीकरण किया है।

                                                             नरेश बोरकर, कार्यकारी अभियंता, मनपा प्रोजेक्ट विभाग, नागपुर

Created On :   28 Nov 2017 9:52 AM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story