बैंकों ने बंद किए बिटकॉइन एक्सचेंजों के खाते
डिजिटल डेस्क । SBI , एक्सिस बैंक, HDFC बैंक, ICICI बैंक और यस बैंक जैसे टॉप लेंडर्स ने भारत में कुछ बड़े बिटकॉइन एक्सचेंजों के अकाउंट्स सस्पेंड कर दिए हैं। दरअसल इन बैंकों को शक है कि इनके जरिए संदिग्ध ट्रांजैक्शन हो रहे थे। बैंकों ने इन एक्सचेंजों के प्रमोटरों से उनकी उधारी पर कोलैटरल भी मांगी है, जो अकाउंट्स अब भी चालू छोड़े गए हैं, उनसे कैश विदड्रॉल की लिमिट तय कर दी गई है। खबरों के मुतबिक पिछले महीने से बैंकों ने 1:1 के अनुपात में अतिरिक्त कोलैटरल मांगना शुरू कर दिया है। ये बैंक टॉप बिटकॉइन एक्सचेंजों के करंट अकाउंट्स की जांच कर रहे हैं। वहीं जेबपे, यूनोकॉइन, कॉइनसिक्योर और BtcxIndia सहित टॉप 10 बिटकॉइन एक्सचेंजों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई है।
जेबपे, कॉइनसिक्योर और BtcxIndia को ईमेल से भेजे गए सवालों के जवाब नहीं मिले। SBI , एक्सिस बैंक, HDFC बैंक, ICICI बैंक और यस बैंक ने कमेंट के अनुरोध के साथ भेजे गए ईमेल के जवाब नहीं दिए। बिटकॉइंस डिजिटल करेंसी होती हैं, जिनका इस्तेमाल बिना किसी इंटरमीडियरी के प्रॉडक्ट्स और सर्विसेज की खरीदारी में किया जा सकता है। लोग निवेश के लिए भी बिटकॉइंस खरीदते हैं। इन पर कुछ देशों में प्रतिबंध लगा हुआ है। गौरतलब है कि बिटकॉइंस डिजिटल करेंसी हैं, जिनका इस्तेमाल बिना किसी इंटरमीडियरी के प्रॉडक्ट्स और सर्विसेज की खरीदारी में किया जा सकता है, लोग निवेश के लिए भी बिटकॉइंस खरीदते हैं। इन पर कुछ देशों में प्रतिबंध लगा हुआ है।
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भारत सरकार पहले दे चुकी है चेतावनी
भारत की सरकार साफ कर चुकी है कि बिटक्वाइन लीगल नहीं और यह पोंजी स्कीम की तरह हो सकता है। देश में यह क्रिप्टोकरंसी रेग्युलेटेड नहीं है। इन कंपनियों की स्क्रूटनी करने वाले टैक्स अधिकारियों ने बताया कि देश के टॉप 10 बिटकॉइन एक्सचेंज का कुल रेवन्यू 40 हजार करोड़ रुपये के आसपास हो सकता है। बैंकों ने इन कंपनियों से कहा है कि वे अपने बिजनस के बारे में जानकारी दें और ये बताएं कि उन्होंने अकाउंट खुलवाते समय इसकी जानकारी क्यों नहीं दी थी।
Created On :   22 Jan 2018 7:54 AM GMT