डोकलाम में चीनी सैनिकों की मौजूदगी कोई बड़ी समस्या नहीं : बिपिन रावत

Bipin Rawat says, presence of Chinese army in Doklam is not  a serious problem
डोकलाम में चीनी सैनिकों की मौजूदगी कोई बड़ी समस्या नहीं : बिपिन रावत
डोकलाम में चीनी सैनिकों की मौजूदगी कोई बड़ी समस्या नहीं : बिपिन रावत

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। डोकलाम में चीनी सैनिकों के जमावड़े और उनके द्वारा किये जा रहे इनफ्रास्ट्रक्चर डेवेलपमेंट के कामों पर भारतीय सेना प्रमुख बिपिन रावत ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने डोकलाम में चीनी सेना की मौजूदगी को ज्यादा गंभीर समस्या नहीं माना है। उन्होंने कहा है कि डोकलाम में हमेशा कुछ चीनी सैनिक मौजूद रहते हैं इसमें चिंता वाली कोई बात नहीं है।

डोकलाम में चीन द्वारा किए गए इंफ्रास्ट्रक्चर के कामों को भी उन्होंने आम बात करार दिया है। उन्होंने कहा है कि चीनी सैनिकों ने डोकलाम के एक हिस्से में जो इनफ्रास्ट्रक्चर डेवेलपमेंट के काम किए हैं, वे ज्यादातर अस्थायी हैं, इस पर भारत को ज्यादा गंभीर होने की जरुरत नहीं है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा है कि डोकलाम से लगी सीमा पर भारतीय सैनिक भी मौजूद है और अगर किसी तरह की आकस्मिक परिस्थिती बनती है तो सेना चीन को जवाब देने को तैयार है।

गौरतलब है कि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि चीन ने एक बार फिर डोकलाम में बड़ी संख्या में सेना का जमावड़ा कर लिया है। वह डोकलाम में रोड और बंकर समेत कई निर्माण कार्य भी कर रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी कहा जा रहा है कि चीन के विभिन्न तरह के निर्माण उपकरण भी डोकलाम में मौजूद हैं। इन उपकरणों पर जवाब देते हुए सेना प्रमुख ने कहा कि सीमा पर चीनी सैनिकों के निर्माण उपकरण हैं लेकिन हो सकता है कि सर्दी की वजह से वे अपने उपकरणों को नहीं ले जा पाए।

बता दें कि इसी साल जून में चीनी सैनिकों द्वारा भूटान के डोकलाम क्षेत्र में रोड बनाने को लेकर दोनों देशों के बीच विवाद शुरू हुआ था। भारतीय सैनिकों ने भारत, चीन और भूटान के इस ट्राइजंक्शन में पहुंचकर चीनी सेना को रोड बनाने से रोक दिया था। इस दौरान दोनों देशों के सैनिकों के बीच हाथापाई भी हुई थी। इस घटना के बाद करीब ढाई महीनों तक डोकलाम में भारतीय-चीनी सैनिक एक-दूसरे के सामने डंटे हुए थे। इस दौरान चीनी मीडिया ने कई बार भारत को युद्ध की धमकी भी दी थी। हालांकि अगस्त के अंत तक यह विवाद सुलझा लिया गया था।

बता दें कि डोकलाम भूटान का क्षेत्र है, जिस पर चीन अपना हिस्सा होने का दावा करता आया है। वहीं भारत का कहना है कि चीन डोकलाम पर कब्जा कर भारत-चीन और भूटान के ट्राइजंक्शन का नक्शा बिगाड़ना चाहता है।

Created On :   17 Jan 2018 12:45 PM GMT

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