शिवाजी की मूर्ती को लेकर बैकफुट पर BJP, भातखलकर ने मांगी माफी

BJP comes back foot on Shivaji Statue matter, Bhatkhalkar apologized
शिवाजी की मूर्ती को लेकर बैकफुट पर BJP, भातखलकर ने मांगी माफी
शिवाजी की मूर्ती को लेकर बैकफुट पर BJP, भातखलकर ने मांगी माफी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। छत्रपति शिवाजी महाराज के विषय पर BJP सदस्य की बात का विरोध करते हुए विपक्ष ने विधानसभा में जमकर हंगामा किया। कांग्रेस राकांपा के साथ शिवसेना के सदस्यों ने BJP सदस्य के निलंबन की मांग के साथ वेल में नारेबाजी की। विधानसभा अध्यक्ष के आसन के सामने रखा राजदंड लेकर भागने का प्रयास किया। हंगामें को देखते हुए 3 बार सभा की कार्यवाही स्थिगित की गई। BJP सदस्य अतुल भातखलकर ने पहले तो अपने शब्द वापस लेने को कहा और बाद में सदन व महाराष्ट्र से माफी मांगी।

क्या था मामला
मंगलवार को प्रश्नकाल के बाद कांग्रेस सदस्य पृथ्वीराज चव्हाण ने मुंबई में समुद्र में स्थापित शिवाजी महाराज की प्रतिमा का मामला उठाया था। चव्हाण का कहना था कि शिवाजी महाराज की प्रतिमा की ऊंचाई छोटी की गई है। प्रतिमा को बड़ी दर्शाने के लिए तलवार बड़ी कर दी है। चव्हाण ने सरकार पर शिवाजी महाराज के नाम पर नागरिकों को गुमराह करने का आरोप भी लगाया। इस पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उत्तर में कहा कि शिवाजी महाराज की प्रतिमा की ऊंचाई कम नहीं की गई है। उन्होंने प्रतिमा स्थल के संबंध में जानकारी भी दी। बाद में मुख्यमंत्री सभागृह से बाहर चल गए। उस दौरान BJP सदस्य अतुल भातखलकर ने कहा कि महत्वपूर्ण विषयों को छोड़कर चव्हाण के भलती सलती अर्थात आलतू फालतू विषय पर समय बिताया जा रहा है। अध्यक्ष से निवेदन किया गया कि नियमित कामकाज को छोड़ इस तरह अन्य विषयों पर अधिक समय नहीं दिया जाना चाहिए। भातखलकर के भलती सलती शब्द को शिवाजी महाराज का अपमान ठहराते हुए विपक्ष ने विरोध किया।

राकांपा सदस्य अजित पवार ने कहा कि भातखलकर तो मनुवादी विचारों के अनुरुप बोल रहे हैं। शिवाजी महाराज से संबंधित विषय को भलती सलती कहना महाराष्ट्र का अपमान है। नेता प्रतिपक्ष राधाकृष्ष्ण विखे पाटील ने भी विरोध जताया। शिवसेना सदस्य प्रताप सरनाइक ने कहा कि भातखलकर की बात को कामकाज के रिकार्ड से निकाल दिया जाना चाहिए।

...और भड़क उठे शिवसेना सदस्य
भातखलकर से आरंभ में माफी मांगने को कहा गया। उन्होंने कहा कि वे शिवाजी महाराज के बजाय केवल पृथ्वीराज चव्हाण के बारे में भलती शब्द का उपयोग कर रहे थे। किसी को ठीक नहीं लगा हो तो भलती शब्द वापस लेते हैं। लेकिन शिवसेना सदस्य नहीं मानें। सदस्यों ने वेल में आकर भातखलकर के विरोध में नारेबाजी की। उनके निलंबन की मांग करने लगे। 10 मिनट के लिए सभा स्थगित कर दी गई। दोबारा सभा में हंगामा हुआ। इस बार अध्यक्ष के आसन पर तालिका अध्यक्ष सुधाकर देशमुख थे। उन्होंने सभागृह का कामकाज जारी रखने का निवेदन सदस्यों से किया। लेकिन सदस्यों का विरोध जारी रहा।

कांग्रेस सदस्य अब्दुल सत्तार व शिवसेना सदस्यों ने अध्यक्ष के आसन के सामने रखा राजदंड लेकर भागने लगे। सभागृह के द्वार के पास से सुरक्षा रक्षक राजदंड वापस ले आए। शिवसेना सदस्य संजय सिरसाट व अनिल कदम काफी भड़के हुए थे। आखिरकार BJP सदस्य भातखलकर ने सभागृह व महाराष्ट्र से माफी मांगी। उसके बाद भी विपक्ष निलंबन की मांग कर रहा था। निलंबन की मांग के साथ सभा को तीसरी बार 20 मिनट के लिए स्थगित किया गया। सभी गटों के नेताओं के साथ विधानसभा अध्यक्ष की बैठक के बाद सभा का कामकाज चला।

सेना सदस्य पर दौड़े BJP सदस्य 
शिवाजी महाराज के मामले को लेकर सभागृह में हंगामें के दौरान सभा स्थगित की गई। दूसरी बार 15 मिनट के लिए सभा स्थगित रहने के दौरान सभागृह में शिवसेना सदस्यों के साथ BJP के सदस्य आवेश पूर्ण बात कर थे। BJP की ओर से महिला सदस्य भी शिवसेना सदस्याें को तल्ख शब्दों में हिदायत दे रही थी। उसी दौरान BJP सदस्य योगेश सागर व शिवसेना सदस्य संजय सिरसाट के बीच तनातनी हो गई।

BJP सदस्य योगेश सागर विधानसभा के तालिका सभापति भी रहे हैं। वे अपनी कुर्सी से उठकर सिरसाट की ओर दौड़े। सिरसाट भी आगे बढ़े। तनावपूर्ण स्थिति में शिवसेना सदस्यों ने सिरसाट को समझाया। सागर को भी BJP सदस्य कुर्सी की ओर ले गए। कामकाज शुरु होने पर नेता प्रतिपक्ष राधाकृष्ष्ण विखे पाटील ने इस वाक्या का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि योगेश सागर का सभागृह सदस्य की और दौड़ना लोकतांत्रिक मर्यादा के अनुरुप नहीं है। 

Created On :   17 July 2018 1:06 PM GMT

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