पवार बोले, दो महीने पहले ही बताया था बीजेपी-शिवसेना का होगा गठबंधन, मायावती ने कहा - हार के डर से मिलाया हाथ

BJP forced to combine with Shiv sena in fear of defeat - Mayawati
पवार बोले, दो महीने पहले ही बताया था बीजेपी-शिवसेना का होगा गठबंधन, मायावती ने कहा - हार के डर से मिलाया हाथ
पवार बोले, दो महीने पहले ही बताया था बीजेपी-शिवसेना का होगा गठबंधन, मायावती ने कहा - हार के डर से मिलाया हाथ

डिजिटल डेस्क, मुंबई। राकांपा प्रवक्ता व पूर्व मंत्री नवाब मलिक ने सामजसेवी अन्ना हजारे से लिखित माफी मांगी है। मलिक ने अन्ना पर आरोप लगाया था कि वे पैसे लेकर अनशन करते रहते हैं। अन्ना की तरफ से कानूनी नोटिस मिलने के बाद मलिक ने उन्हे पिता समान बताते हुए अपने बयान पर खेद जताते हुए माफी मांग ली है। पिछले दिनों लोकपाल को लेकर फिर से अन्ना के अनशन शुरु करने पर एक न्यूज चैनल पर चर्चा के दौरान मलिक ने कहा था कि अन्ना की कोई विश्वसनियता नहीं है वे आरएसएस से पैसे लेकर अनशन करते रहते हैं। इसके बाद अन्ना की तरफ से उनके वकील एडवोकेट मिलिंद पवार ने मलिक को कानूनी नोटिस भेजा था। अब मलिक ने अन्ना को पत्र लिख कर माफी मांग ली है। अपने पत्र में मलिक ने कहा है कि ‘आप मेरे पिता समान हैं। मेरी बात से आप को दुख हुआ है, इस लिए मैं माफी मांगता हूं।’ अन्ना के खिलाफ मलिक के बयान के तुरंत बाद राकांपा के वरिष्ठ नेता अजित पवार ने अन्ना से माफी मांगी थी। समझा जा रहा है कि पार्टी के निर्देश पर मलिक ने लिखित माफी मांगी है। 

शरद पवार और सुप्रिया ही लड़ेंगी चुनाव  

उधर पुणे में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि फिल्हाल वे और सुप्रिया सुले ही लोकसभा का चुनाव लड़ेंगी। उनके पोते पार्थ पवार और रोहित पवार चुनावी मैदान में नहीं होंगे। बता दें कि शरद पवार, सुप्रिया सुले समेत पूर्व उपमुख्यमंत्री अजित पवार के बेटे पार्थ पवार मावल लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे, ऐसी चर्चा चल रही थी। इतना ही नहीं पार्थ ने भी इस निर्वाचन क्षेत्र में जाकर लोगों से संपर्क करना शुरू किया था। कुछ दिन पहले अजित पवार ने कहा था कि वे शिरूर से लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे। पवार ने कहा कि भाजपा और शिवसेना की युती होगी यह उन्होंने दो महीने पहले ही बता दिया था। 

भाजपा लोकसभा चुनाव में हार के डर से गठबंधन करने को मजबूर-मायावती

उधर नई दिल्ली में लोकसभा चुनाव के पहले सियासी जंग शुरु हो गई है। बसपा प्रमुख मायावती ने भाजपा पर महाराष्ट्र में शिवसेना और तमिलनाडु में एआईडीएमके के साथ गठबंधन करने को लेकर जोरदार कटाक्ष किया है। मायावती ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि वह आगामी लोकसभा चुनाव में हार के डर से गठबंधन करने को मजबूर है।मायावती ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा है कि अगर भाजपा के पास मजबूत नेतृत्व है तो फिर गठबंधन की क्या जरुरत पड़ी। लोकसभा चुनाव से पहले बिहार फिर महाराष्ट्र और तमिलनाडु में पूरी लाचारी से दंडवत होकर गठबंधन करना क्या इनके मजबूत नेतृत्व को दर्शाता है? उन्होने कहा कि वास्तव में बसपा-सपा के गठबंधन से भाजपा इतनी ज्यादा भयभीत है कि इसे अब गठबंधन के लिए दर-दर की ठोकरें खानी पड़ रही है। मायावती ने कहा कि भाजपा अब चुनाव के समय में चाहे लाख हाथ-पांव मार ले, इनकी गरीब, मजदूर, किसान और जनविरोधी नीति और इनके अहंकारी रवैये से लगातार दुखी और त्रस्त हैं। देश की 130 करोड़ जनता इन्हे अब किसी भी कीमत पर माफ करने वाली नही है। जनता इनका घमंड चुनाव में तोड़ेगी और इनकी सरकार जायेगी। बता दें कि बिहार के बाद महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना ने साथ मिलकर चुनाव लड़ने  ऐलान किया है। लोकसभा चुनाव में शिवसेना 23 और भाजपा 25 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इसके अलावा तमिलनाडु में भी भाजपा एआईएडीएमके और पीएमके के साथ चुनाव लड़ने जा रही है। समझौते के तहत भाजपा तमिलनाडु में सिर्फ 5 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और पीएमके 7 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। बिहार में भी भाजपा-जेडीयू और केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान की एलजेपी का गठबंधन हो चुका है। भाजपा-जेडीयू 17-17 सीटों पर औऱ् एलजेपी 6 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।

 

Created On :   20 Feb 2019 4:27 PM GMT

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