दादी जानकी ने दिया ब्रह्म ज्ञान का सरल मंत्र, ब्रह्माकुमारी का विश्वशांति सरोवर लोकार्पित

Brahmakumaris Chief Administrator RajyoginiJanki inaugurated Brahmakumaris Retreat center
दादी जानकी ने दिया ब्रह्म ज्ञान का सरल मंत्र, ब्रह्माकुमारी का विश्वशांति सरोवर लोकार्पित
दादी जानकी ने दिया ब्रह्म ज्ञान का सरल मंत्र, ब्रह्माकुमारी का विश्वशांति सरोवर लोकार्पित

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  ब्रह्माकुमारी की मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी जानकी ने जामठा स्थित ब्रह्माकुमारीज् के रिट्रिट एवं ट्रेनिंग सेंटर ‘विश्व शांति सरोवर’ का उद्घाटन किया। दादी जानकी ने साधारण भोजन की बजाय ब्रह्माभोजन करने और ब्रह्मा समान सोचने, ब्रह्मा समान बोलने, ब्रह्मा समान व्यवहार करने का सरल मंत्र उपस्थितों को दिया। उन्होंने सरल शब्दों में ओमशांति का अर्थ समझाते हुए कहा कि मैं कौन, मैं आत्मा हूं? मेरा कौन है? मेरा परमात्मा है। मैं आत्मा कहने से आत्मा में लाइट, मेरा परमात्मा कहने से माइट और इससे एव्हरीथिंग इज आलराइट हो जाएगा। 

‘विश्व शांति सरोवर’ का उद्घाटन समारोह में पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले, ब्रह्माकुमारीज की महाराष्ट्र जोन प्रमुख ब्र.कु. संतोष दीदी, अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त ब्रह्माकुमारी उषा दीदी, ब्र.कु. कुलदीप दीदी, शांति सरोवर, हैदराबाद, ब्रह्माकुमारी रमेश दीदी -हिसार, हरियाणा सबजोन की संचालिका ब्र.कु. रजनी दीदी, महापौर नंदा जिचकार, जिला परिषद अध्यक्ष निशा सावरकर, सुशील अग्रवाल, ब्रह्माकुमारीज के युवा प्रभाग के मुख्यालय संयोजक ब्र.कु. आत्मप्रकाशभाई, वरिष्ठ भ्राता ब्र.कु. भरतभाई, सांसद विकास महात्मे, पूर्व सांसद अजय संचेती, विधायक डॉ. मिलिंद माने, विधायक परिणय फुके, मनपा स्थायी समिति अध्यक्ष वीरेंद्र कुकरेजा, पूर्व विधायक मोहन मते प्रमुखता से उपस्थित थे। कार्यक्रम में माऊंट आबू से 108 ब्रह्माकुमार भाई-बहने पधारे थे। दादीजी ने दिवंगत ब्रह्माकुमारी पुष्पारानी दीदी, पूर्व विदर्भ उपक्षेत्रिय संचालिका विश्वशांति सरोवर की संकल्पना के लिए याद किया। 

103 वर्ष की आयु में भी आवाज में खनक 
103 वर्ष की आयु में भी दादीजी की आवाज में जो खनक थी जो उसने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने कहा कि अनेक विंग की सेवा इस स्थान से होगी। दादी जी ने हजारों भाई-बहनों के साथ मिलकर तीन बार ओमशांति का उच्चार किया। ओमशांति की ध्वनि से पूरा विश्व शांति सरोवर गूंज उठा। दादीजी ने कहा कि ब्रह्माकुमारी यानी ब्रह्मचर्य की धारणा। खुशी जैसी खुराक नहीं। उन्होंने चांदी का बड़ा कलश यादगार के रूप में विश्वशांति सरोवर को भेंट के रूप में दिया। सुशील अग्रवाल, आर्किटेक्ट सत्येंद्र गुप्ता, स्ट्रक्चरल कन्सल्टंट डॉ. दिलीप मसे, एम.ई.पी कन्सल्टंट शंंकर घिमे, इलेक्ट्रीकल कन्सलटंट जितेंद्र राहंगडाले, प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कन्सलटंट प्रकाश तलोले ने भी दादीजी को चांदी का कलश भेंट किया।

आध्यत्मिक स्नेह मिलन कार्यक्रम
विश्वशांति सरोवर में ‘वैश्विक ज्ञानोदय से स्वर्णिम संसार’ विषय पर पहला आध्यत्मिक स्नेहमिलन कार्यक्रम हुआ। प्रमुख अतिथि के रूप में  केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितीन गडकरी उपस्थित थे। कार्यक्रम मेें राजयोगिनी बह्माकुमारी दादी जानकी, पूर्व सांसद विजय दर्डा, मनपा स्थायी समिति के अध्यक्ष वीरेंद्र कुकरेजा, ब्रह्माकुमारी उषा दीदी, ब्रह्माकुमारी संतोष दीदी और ब्रह्माकुमारी रजनी दीदी प्रमुखता से उपस्थित थे। कार्यक्रम में समाज के सैकड़ों अतिविशिष्ट महानुभाव उपस्थित थे।

हर कार्य में सहयोग: बावनकुले
पालकमंत्री बावनकुले ने कहा कि ब्रह्माकुमारी के अलावा कोई भी आध्यत्मिकता की लहर पैदा नहीं कर सकता। उन्होंने हर काम में सहयोग का आश्वासन दिया।उन्होंने विश्व शांति सरोवर में होने वाले प्रोग्राम के लिए फ्री में बिजली देने की घोषणा इस अवसर पर की।  ब्रह्माकुमारी संतोष दीदी ने कहा कि नागपुर देश का केंद्रबिंदु होने के कारण यहां से पूरी दुनिया में सेवाएं होंगी और संसार के लाखों भाई-बहनों को अाध्यात्मिक लाभ प्राप्त होगा। शिकागो से विश्व हिंदू कांग्रेस के कार्यक्रम से सीधे पधारी उषा दीदी ने कहा कि विदर्भ की धरती को इतना बड़ा रिट्रिट सेंटर मिला। जितना परिवार बढ़ता है उतनी खुशी बढ़ती है। संचालन मनीषा दीदी ने किया। ब्रह्माकुमार प्रेमप्रकाशभाई ने भूमिदाता सुशील अग्रवाल का विशेष आभार माना। उन्होंने तन-मन-धन से विश्वशांति सरोवर में प्रमुखता से सेवा दी।

आध्यात्मिकता और श्रेष्ठ संस्कार जगाने में कारगर : गडकरी
केंद्रीय मंत्री गडकरी ने विश्वशांति सरोवर की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह मानव के अंदर आध्यात्मिकता और श्रेष्ठ संस्कार जगाने में कारगर सिद्धा होगा। ब्रह्माकुमारी ने जीवन जीने का मार्ग बताया है। आध्यात्मिक मार्ग से ही संस्कार परिवर्तन होगा। अपने साथ दूसरों को बदलना यह ब्रह्माकुमारीज का काम है। विजय दर्डा ने कहा विश्वशांति सरोवर से निकला विश्वशांति का संदेश सारे विश्व में फैलेगा। शिकागो सम्मेलन से पधारी ब्रह्माकुमारी उषा दीदी ने कहा कि हिंदू संस्कृति हैं यह सभी मानते हैं। धर्म कौनसा है? सभी मानते हैं कि धर्म सनातन है। फिर सनातन धर्म क्या है? उन्होंने समझाया कि सनातन धर्म है आदि सनातन देवी-देवता। धर्म में पवित्रता मुख्य है। 

जादुई हार और गुलदस्ते से स्वागत
जादूगर प्रशांत भावसार ने जादू के प्रयोग से हार और गुलदस्ते बनाकर दादीजी का स्वागत किया। 
जरीपटका सेवा केंद्र के बच्चों द्वारा सुंदर सिंधी नृत्य प्रस्तुत किया गया। शिवलालभाई ने गीतों की पैरोडी प्रस्तुत की। 
ब्रह्माकुमार युगरतन भाई ने सुंदर गीतों का प्रस्तुति दी। 
संचालन कामठी सेवा केंद्र की ब्रह्माकुमारी प्रेमलता दीदी ने किया। 
जामठा स्टेडियम से संदेश सिटी और संदेश सिटी से विश्वशांति सरोवर तक श्वेतवस्त्र धारियों का हुजूम बड़े पैमाने पर नजर आ रहा था। 
विश्वशांति सरोवर के भव्य सभागृह को दुल्हन की तरह सजाया गया था। 
भोजन की व्यवस्था विशाल डोम में की गई थी।

 

Created On :   25 Sep 2018 6:05 AM GMT

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